पानीपत | हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों के तहत पहले चरण का चुनाव सम्पन्न हो गया है. 2 नवंबर यानि कल प्रदेश के 9 जिलों में सरपंच व पंच पद के लिए चुनाव हुए हैं. इन चुनावों के लिए 81% से ज्यादा मतदान का आंकड़ा सामने आया है. पंचकूला में सबसे ज्यादा 82% तो झज्जर में सबसे कम 69% मतदान की खबरें सामने आई है.
कई जिलों में हिंसक झड़पें
पंचायत चुनावों के लिए प्रदेश के इन 9 जिलों से कई जगहों पर हिंसक झड़पों की खबर सामने आई है. नूंह में फर्जी वोटिंग को लेकर हिंसा हुई थी जिसमें दो गुटों के बीच फायरिंग और जमकर पत्थरबाजी हुई है. इसमें कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं. झड़प के बाद शांति बहाल करने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था.
भिवानी में सड़क जाम
वहीं, भिवानी जिले के गांव बामला में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने भिवानी-रोहतक हाइवे जाम कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें पोलिंग बूथ पर जाकर पता चला कि उनकी वोट किसी अन्य ने डाल दी है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर शिक़ायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके विरोध में उन्होंने सड़क जाम कर अपनी आवाज प्रशासन तक पहुंचाने की कोशिश की है.
टॉस से हुआ फैसला
पानीपत जिले के गांव खलील माजरा में हालात ऐसे हो गए थे कि सरपंच पद का फैसला टॉस से करना पड़ा. यहां सरपंच पद के दोनों उम्मीदवारों को बराबर 302-302 वोट मिले. वोट संख्या बराबर रहने की सूरत में प्रशासन और ग्रामीणों ने टॉस से फैसला करने पर सहमति जताई. जिसके बाद अमित ने टॉस का बॉस बनते हुए सरपंच पद पर कब्जा जमाया.
तीन बार काउंटिंग के बाद कविता बनीं सरपंच
गांव बुड्ढाखेड़ा में तीन बार काउंटिंग हुई. पहली काउंटिंग में रेखा विजयी रहीं तो दूसरी बार काउंटिंग में कविता को जीता हुआ दिखाया गया. इसके बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई. जब तीसरी बार काउंटिंग हुई तो कविता को 21 मतों से प्रशासन ने विजयी घोषित किया.
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