सिरसा | सिरसा के गांव रोड़ी में सरपंच चुनावों में एक अलग ही किस्सा सामने आया है. दरअसल, पहले जिस सरपंच को विजेता घोषित किया गया था. 10 मिनट बाद जब लाइट चली गई तो दोबारा से वोटों की गिनती शुरू हुई. उसके बाद फिर उसे हारा हुआ घोषित करके दूसरे सरपंच को विजेता घोषित कर दिया गया. जिस सरपंच को पहले विजेता घोषित किया था, फिर उसने मामले की जानकारी डीसी को दी. फिलहाल, डीसी ने उसे उचित आश्वासन देकर न्याय दिलाने की बात कही है.
10 मिनट बाद हुआ गड़बड़ घोटाला
मामले की जानकारी देते हुए सरपंच उम्मीदवार लखबीर सिंह ने बताया कि पहले जब काउंटिंग हुई तो उसे 12 वोटों से विजेता घोषित कर दिया गया. उसके बाद फिर जब लाइट चली गई तो दोबारा से काउंटिंग शुरू हुई. लाइट लगभग 10 मिनट के लिए गई हुई थी फिर अंदर से आवाज आई कि दर्शन सिंह 113 वोटों से जीत गया है. लखबीर सिंह का कहना है कि मौके पर कोई भी एजेंट मौजूद नहीं था. वहां पर दूसरे लोग थे, जिस वजह से यह धांधली हुई है.
ये है आरोप
लखबीर सिंह का आरोप है कि कमरे के अंदर पूर्व सरपंच मौजूद था, जिसने चुनावों को प्रभावित किया है. उसके साथ एक और व्यक्ति था. लखबीर सिंह ने दोबारा से वोटिंग कराने की मांग की है. उसने कहा है कि अगर वोटिंग दोबारा नहीं होती है, तो ईवीएम की जांच की जाए. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.
पहला है किस्सा
बता दें कि हरियाणा में अभी तक जहां जहां चुनाव हुए है, अपने आप में ऐसा पहला किस्सा है. इससे पहले अभी तक कहीं भी इस तरह की घटना नहीं घटी है. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि प्रशासन किस तरह से पीड़ित को न्याय दिलाता है. उस पर सबकी नजर रहेगी. लखबीर सिंह जल्द से जल्द मामले को निपटाने की मांग की है.
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