पानीपत | हरियाणा के पानीपत जिले में ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है मानों जैसे एक नया शहर सा बस गया है. जिले के गांव भोड़वाल माजरी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटे हैं और अटूट श्रद्धा का ऐसा प्रेम भाव बना हुआ है कि देश-विदेश से आए लाखों लोगों में मानवता नज़र आ रही है. जहां एक ही छत के नीचे रहने, खानें और स्वास्थ्य सेवा का भाव हर किसी में खूब बना हुआ है.
630 एकड़ में लाखों लोगों का हुजूम
बता दें कि समालखा के भोड़वाल माजरी स्थित आध्यात्मिक स्थल पर चल रहे 75वें संत निरंकारी समागम में करीब 5 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई है. मिशन से जुड़ी आस्था युवा, बुजुर्ग से लेकर नेत्रहीन व दिव्यांग, हर कोई सैकड़ों किलोमीटर दूर से खींचे चले आ रहे हैं. करीब 630 एकड़ क्षेत्र में हो रहे समागम में 24 घंटे चहलकदमी से ऐसा लग रहा है जैसे नई नगरी बस गई हों. वहीं, मिशन का दावा है कि 250 किलोमीटर के आसपास क्षेत्र के रहने वाले श्रद्धालु छुट्टी के दिन आकर समागम में शामिल होंगे.
रूकने से लेकर खानेपीने तक की व्यवस्था
समागम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रुकने से लेकर खानेपीने तक का बढ़िया इंतजाम किया गया है. पूरे क्षेत्र को चार ब्लॉक में बांटकर हर क्षेत्र में लंगर की व्यवस्था की गई है. हर रोज 400 क्विंटल से ज्यादा चावल, 250 क्विंटल से ज्यादा दाल, 7 लाख से ज्यादा रोटियां बनती हैं. वहीं, हर ब्लाक में कैंटीनें खोली गई है. इनमें श्रद्धालुओं को रियायती दर पर चाय, काफी, पानी, ब्रेड पकौड़े आदि चीजे मिलती हैं.
सतगुरु के दर्शनों को लेकर लंबी कतारें
प्रतिदिन दोपहर डेढ़ बजे से पंडाल में सत्संग की शुरुआत होती है. पंडाल के मंच पर सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज भी अपने जीवन साथी रमित के साथ विराजमान होती हैं. उनके दर्शनों के लिए पंडाल के दोनों ओर नमस्कारी श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगती है. दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ता है लेकिन लाइनों में अनुशासन बिल्कुल सटीक नजर आ रहा है.
अपने नंबर के लिए श्रद्धालुओं के बीच किसी तरह की आपाधापी व मारामारी का सवाल ही नहीं बनता है. वहीं, समागम में पहुंचे एक श्रद्धालु ने कहा कि क्या हुआ, आंखों में ही तो रोशनी नहीं हैं लेकिन सतगुरू का दिल में जगाया उजाला तो है.
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