पानीपत | हरियाणा के पानीपत जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो रहा है. यहां संत नगर की एक विधवा महिला का बिजली बिल तीन साल में बढ़कर करीब 22 लाख रुपए पहुंच गया. ऐसे में विभाग के सोए कर्मियों को जगाने के लिए समाजसेवी संदीप भारद्वाज सहित दर्जनों लोगों ने विधवा महिला के साथ बिजली दफ्तर पहुंचकर ढोल बजाना शुरू कर दिया. अधिकारियों द्वारा बिल ठीक करने का भरोसा मिलने पर सभी वापस घर लौट आए.
तीन साल पहले आया था 9 लाख का बिल
विधवा महिला ने बताया कि जून 2019 तक उसका बिजली बिल क्लियर था. इसी साल निगम ने गलती से उसे 9 लाख रुपए का बिल भेज दिया. इतनी बड़ी रकम का बिल आने पर ऐतराज जताया तो बिजली विभाग ने गलती मानते हुए ठीक करने का भरोसा दिया. ठीक नहीं होने पर उसने सीएम विंडो सहित निगम के कार्यालय में कई बार गुहार लगाई, लेकिन बिल ठीक नहीं हुआ. ऐसे में बिल पर चक्रवृद्धि ब्याज लगने से वह तीन सालों में 21.89 लाख पहुंच गया.
बिजली निगम के नाम मकान कराने की पेशकश
विधवा महिला सुमन ने बताया कि उसके पास संत नगर में 60 वर्ग गज जमीन पर मकान है. उसने निगम से दो किलोवाट बिजली का कनेक्शन लिया है. उसके बच्चे अलग मकान में परिवार सहित दूसरी जगह रहते हैं. ऐसे में इतनी बड़ी रकम का बिल भेजना सरासर ग़लत है. उसने बताया कि वह विधवा पेंशन और मजदूरी कर अपना पेट भर रही है. ऐसे में वह बिल भरने में असमर्थ हैं. इसके साथ ही महिला ने बिल की एवज में अपना मकान बिजली निगम के नाम करवाने की चेतावनी दी.
वहीं, इस मामले को लेकर समाजसेवी संदीप भारद्वाज ने बताया कि वह विधवा महिला की इस समस्या का समाधान करवाने के लिए दो बार बिजली कार्यालय के चक्कर लगा चुका है लेकिन अधिकारी और कर्मचारी हर बार झूठा आश्वासन देकर भेज देते हैं. तीन महीने बीत चुके हैं लेकिन विधवा महिला की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. ऐसे में मजबूरी में मंगलवार को समूह में ढोल-नगाड़े के साथ बिजली दफ्तर अधिकारियों और कर्मचारियों को जगाने जाना पड़ा.
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