चंडीगढ़ | पशुपालकों को हरियाणा सरकार बड़ी सुविधा देने जा रही है. पशुपालन विभाग हरियाणा और डेयरी विभाग की डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ वाली एंबुलेंस अब गांव में जाकर पशुओं का उपचार करेगी. ऐसे में आने वाले समय में पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं को बीमारी की हालत में दूर- दराज के अस्पतालों में लेकर नहीं भटकना पड़ेगा. हरियाणा सरकार ने इसके लिए बजट का प्रबंध कर दिया है और नए साल में केन्द्र सरकार के सहयोग से दवाइयां, उपकरण आदि की खरीद की जाएगी.
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में जब कोई पशु बीमार होता है तो उसे इलाज के लिए या तो पैदल या फिर ट्रैक्टर- ट्राली में चढ़ाकर कई- कई किलोमीटर दूर तक अस्पताल लेकर जाना पड़ता है लेकिन अब अब बीमार पशुओं को उनके गांव और घर के दरवाजे पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए मोबाइल एंबुलेंस सेवा शुरू की जाएगी.
इस एंबुलेंस सेवा में डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ के साथ- साथ में टेस्ट, दवाएं आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी ताकि मौके पर बीमार पशु का निरीक्षण कर उसका वही पर उपचार शुरू किया जा सकें. इतना ही नहीं बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों और जिस क्षेत्र में पशुओं की संख्या का आंकड़ा बड़ा है, वहां पर यह एंबुलेंस 24 घंटे तैनात रहेगी.
यह राज्य के साथ- साथ केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित मोबाइल वेटरनरी यूनिट परियोजना के तहत पंचवर्षीय योजना है. इसमें घायल और बीमार पशुओं को ऑनसाइट चिकित्सा सुविधा देने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा मोबाइल वाहनों की खरीद के लिए धनराशि जारी की गई है. हाल ही में पशुओं में फैली बीमारियों और बड़ी संख्या में लंपी बीमारी से पशुओं की मौत को लेकर सरकार और अधिकारियों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि जल्द से जल्द एंबुलेंस खरीद की जानी चाहिए.
अधिकारियों का कहना था कि बीमारियों से बचाव और रोकथाम, उन्मूलन की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. बताया जा रहा है कि उक्त एंबुलेंस की कीमत भी 16 लाख से ऊपर और इसमें वेटरनरी उपकरण, कृत्रिम गर्भाधान, हल्की सर्जरी, रोगों की जांच टेस्ट आदि की व्यवस्था की जाएगी.
एंबुलेंस में हाइड्रोलिक लिफ्ट
इतना ही नहीं एंबुलेंस में हाइड्रोलिक लिफ्ट की सुविधा होगी. जिन पशुओं का मौके पर उपचार नहीं होगा, उन्हें इस एंबुलेंस की मदद से नजदीकी पशु चिकित्सालय में स्थानांतरित किया जा सकेगा. राज्य का पशुपालन विभाग Dial 112 और अन्य हेल्पलाइन नंबरों की तर्ज पर एंबुलेंस सेवा का नंबर जारी करेगा.
किसी भी आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर टीम मौके पर पहुंचकर उपचार शुरू करेगी. इसमें पशु चिकित्सक और एक पशु सहायक मौके पर जाकर बीमार पशु का इलाज करेंगे. पहले चरण में हरियाणा सरकार 70 एंबुलेंस की खरीद की तैयारी कर रही है.
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