चंडीगढ़ | अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन आरंभ कर दिया गया है. चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा का घेराव करने के लिए सोमवार की शाम हरियाणा के पंचकूला में राज्य के कई जिलों के सैकड़ों ग्रामीण सफाई कर्मचारी एकत्रित हुए. पुलिस ने चंडीगढ़ पंचकूला बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक लिया. इस दौरान सफाई कर्मियों ने बेरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ने का प्रयास किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के प्रदर्शन के चलते सड़क पर वाहन फंसे रहे.
पुलिस ने ग्रामीण सफाई कर्मियों को रोका
बताया गया है कि पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित यवनिका पार्क में हरियाणा के विभिन्न जिलों से आए ग्रामीण सफाई कर्मचारी जुटे थे. इसके बाद सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता हुई लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई. शाम करीब पांच बजे सफाईकर्मी विधानसभा का घेराव करने निकले. पुलिस ने चंडीगढ़ पंचकूला बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर उन्हें रोक लिया.
सफाई कर्मियों का हो रहा शोषण
सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवी राम व महासचिव विनोद कुमार ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को सफाई का काम करते हुए 16 साल हो गए हैं. सरकार ने ग्रामीण सफाई कर्मियों को सुनिश्चित करते हुए नए सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की बात कही थी. लेकिन सरकार नई नीति बनाकर सफाई कर्मचारियों को मजबूत नहीं करना चाहती है. ग्रामीण सफाई कर्मियों का वेतन 4,390 रुपए कम है. सफाई कर्मियों का शोषण हो रहा है.
2013 में शहरी व ग्रामीण सफाईकर्मी को समान वेतन 8,100 रुपये जबकि ग्रामीण सफाई कर्मचारी को 2 हजार की आबादी पर एक काम और शहरी सफाई कर्मचारी को 400 की आबादी पर एक काम मिल रहा था. संघ के जिला संयोजक राजेश रसोई ने बताया कि 20 अगस्त को टोहाना में देवेंद्र बबली के साथ 14 सूत्री मांगों में स्थायी रोजगार की मांग को छोड़कर अन्य मांगों को जायज मानते हुए 13 मांगों को लागू करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा था लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हुई.
ग्रामीण सफाई कर्मियों की ये है मांग
- 16 साल से काम कर रहे ग्रामीण सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए.
- वेतन में ऊंच-नीच का अंतर समाप्त कर सभी के लिए समान वेतन 24,000 लागू किया जाए.
- वेतन को महंगाई भत्ते से जोड़ा जाए.
- 400 की आबादी पर नए कर्मचारियों की भर्ती की जाए.
- प्रखंड कार्यालय से औजार देकर 500 रुपये प्रतिमाह औजार भत्ता लागू किया जाए.
- एक वर्दी के स्थान पर दो वर्दी का भत्ता गर्मी और सर्दी में 8,000 लागू किया जाए वेतन का भुगतान.
- प्रत्येक माह की 7 तारीख तक किया जाए.