नई दिल्ली, | सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थियों को विशेष रूप से टिप्स दी गई हैं कि किसी भी विषय की परीक्षा से डरें नहीं अपितु उसकी अच्छे से तैयारी करें. ऐसे में जहां तक बोर्ड परीक्षा की बात है तो इसे भी स्कूल की सामान्य वार्षिक परीक्षा की तरह ही समझ कर तैयारी करें. ये सलाह मुख्य रूप से सभी सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा (CBSE Exam 2021) देने वाले छात्र एवम छात्राओं को दी जा रही है.
छात्रों द्वारा सांझा की गई प्रमुख समस्याएं
- मम्मी पापा के द्वारा सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए बहुत दबाव बना हुआ है.
- जब हम पढ़ने बैठते हैं तो हार्ट बिट अचानक से बहुत बढ़ जाता है और साथ ही साथ में बेचैनी व बहुत घबराहट भी होती है.
- स्कूल इतने समय से गए नहीं है, इसलिए सिलेबस अब तक पूरा नहीं हुआ ऐसे में मन घबरा जाता है और डर लगा हुआ है.
- बहुत अधिक चिड़चिड़ापन हर समय महसूस होता है, पढ़ाई भी अब बिल्कुल भी मन नहीं लगता है.
परीक्षार्थी इन बातों का रखें खास ख्याल, जानें मुख्य टिप्स
- हर दिन आपको योग करना आवश्यक होगा.
- पढ़ाई के साथ साथ खेल पर भी विशेष ध्यान देना होगा, जिससे शरीर में सफुरती बनी रहती है.
- इनडोर व आउटडोर गेम दोनों को ही खेलना चाहिए. आज के दौर में बैडमिंटन अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है.
- शारीरिक व्यायाम जरूर करें और प्राणायाम को अधिक महत्व देना चाहिए.
- खानपान ठीक करने पर आवश्य विचार करना चाहिए , खुद को मोटिवेट करना भी जरूरी है.
- प्रति दिन पानी पांच से छह लीटर जरूर पीना चाहिए.
- 24 घंटे में से छह से सात घंटे की नींद अवश्य लें, जिससे पढाई मे ध्यान देने में आसानी हो.
जानें अभिभावक कैसे कर सकते हैं बच्चों की मदद
- सीबीएसई बोर्ड परीक्षा (CBSE Exam 2021) में बच्चे के ख़राब प्रदर्शन को लेकर बिल्कुल भी चितिंत न हों, इससे उनके प्रयास भी असर पड़ सकता है.
- बच्चे से बातचीत करें और उन्हें ज्यादा से ज्यादा मोटिवेट करने का प्रयास करे. उदाहरण के तौर पर आप उनसे अच्छी बातें कर सकते हैं और साथ ही साथ उन्हें कुछ प्रेरणा देने वाली अच्छी कहानियां भी सुना सकते हैं.
- खेल खेल में आप उनकी मदद कुछ इस प्रकार कर सकते हैं कि वे अपना शेड्यूल्ड खुद बनाए हैं और आप उसमें उनकी मदद करें.
- सीबीएसई बोर्ड परीक्षा (CBSE Exam 2021) को किसी भी प्रकार से बढ़ा चढ़ा कर न दिखाएं, जिससे उनके मन में डर पैदा न हो और वे इन्हें भी सामान्य परीक्षा की तरह ही लें.
- बच्चों पर पढ़ाई को लेकर दबाव न डालें, जिससे उनके मन में डर बैठ जाए और वह पढ़ाई को बहुत समझने लगे.