नई दिल्ली | केंद्र सरकार जूट की खेती को बढ़ावा दे रही है. सरकार ने हाल ही में जूट की कीमतों में 6 फीसदी की बढ़ोतरी की थी जिसके बाद आप इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. अगर किसान इसकी खेती से कमाई करना चाहते हैं तो वे मार्च से अप्रैल के बीच गेहूं और सरसों की कटाई के बाद ही जूट की बुआई कर सकते हैं. आइए हम आपको बताते हैं खेती के फायदे…
पहले समझें क्या होता है जूट
जूट फाइबर एक प्रकार का प्लांट फाइबर है जो व्यापक रूप से मजबूत और मोटे धागे में घूमने की क्षमता के लिए जाना जाता है. इसके रेशे प्राकृतिक रूप से मुलायम, लंबे और चमकदार होते हैं. व्यावसायिक रूप से जूट को सबसे सस्ती और आर्थिक संयंत्र फाइबर (कपास फाइबर के साथ) में से एक माना जाता है.
देश में यहां होती है जूट की खेती
भारत की मिट्टी अलग- अलग जगहों पर कई तरह से पाई जाती है. इसीलिए कुछ जगहों पर कोई एक फसल अच्छी होती है. जिससे ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. जूट एक ऐसी फसल है, जिसकी खेती पूर्वी भारत (पूर्वी भारत) की ओर अधिक की जाती है.
राज्य की बात करें तो पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, ओडिशा, बिहार, असम, यूपी और मेघालय में जूट की खेती की जाती है. लगभग 100 जिले ऐसे हैं जिनमें जूट की खेती की जाती है. भारत दुनिया में उत्पादित जूट के 50 प्रतिशत की पूर्ति करता है. जूट की खेती भारत के अलावा बांग्लादेश, चीन और थाईलैंड में भी की जाती है.
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