रेवाड़ी में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने हिसार से नर्सिंग कॉलेज की 42 छात्राओं को रेवाड़ी के लिए बुलाया है. आपको बता दें कि यह छात्राएं रेवाड़ी आकर कोरोना योद्धा की तरह गांव- गांव जाकर काम करेगी और जिले में कोरोना वायरस को कम करने का काम करेगी. आपको बता दें कि यह छात्राएं हिसार के बरवाला में नर्सिंग कॉलेज में पढ़ती है और अब यह भावी चिकित्सक के रूप में गांव- गांव जाकर काम करेगी. आपको बता दें कि इनमें से 31 छात्राओं को रेवाड़ी की पंजाबी धर्मशाला व 11 छात्राओं को कोसली में रोका गया है.
आपको जानकारी के लिए बता दें इन छात्राओं को पहले ट्रेनिंग दी जाएगी. इसी के बाद इन्हें कोरोना योद्धा की तरह गांव गांव जाकर काम करना होगा. आपको बता दें कि इन छात्राओं को नागरिक अस्पताल के चिकित्सक ट्रेनिंग दे रहे हैं. डिप्टी सीएमओ अशोक कुमार की माने तो इन छात्राओं को खाने, रहने व हर तरह की सेफ्टी की सुविधा प्रदान की गई है और अभी इनको ट्रेनिंग दी जा रही है. जैसे ही उनकी ट्रेनिंग पूरी होती है इसके बाद इन्हें को योद्धाओं की तरह काम करना पड़ेगा और ड्यूटी करके रेवाड़ी में कोरोना वायरस के मामलो को कम करने का काम करना पड़ेगा.
इसी के साथ अशोक कुमार ने बताया कि इनको शहर के विभिन्न जगहों पर भेजा जाएगा. जहां कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले वाले गांव है वहां पर इनको नहीं भेजा जाएगा. इसके अलावा अशोक कुमार जी ने बताया कि हम आने वाले कुछ दिनों में रोहतक से भी छात्राओं को हम रेवाड़ी बुलाने वाले हैं. उन्होंने इस बारे में बताया कि लगभग 40 छात्राओं को यहां पर बुलाया जाएगा और उन्हें भी इसी तरह की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी जो हिसार वाली छात्राओं को सौंपी गई है.
अगर छात्राओं की मानें तो छात्राएं इन काम से बहुत खुश हैं. उनका कहना है कि वह कॉलेज बंद होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रही थी लेकिन अब जो भी हुआ वह ठीक है. अब उन्हें देश सेवा का अवसर मिला है जो कि वह पूरी निष्ठा व इमानदारी के साथ निभाना चाहती है.
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