एक सितारे को कैसे निगल गया Black Hole, टेलिस्कोप में कैद हुई घटना

लंदन | धरती की ओर से लगातार नज़रे अंतरिक्ष की ओर बनी रहती है. यह कभी भी अद्भुत घटनाएं कैद कर लेती हैं और ऐसा ही कुछ टेलिस्कोप्स को दिखाई दिया है. इन टेलिस्कोप्स ने एक मरते हुए सितारे से निकलती हुई रोशनी देखी है. ये सितारा एक विशाल ब्लैक होल (Supermassive Black Hole, SBH) में समा रहा था. यह घटना धरती से 21.5 प्रकाशवर्ष (light-year ) दूर हुई है जिसे हम दूसरे शब्दों में Tidal Disruption Event भी कहते है. इसमें सितारा ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण (Gravity) से खिंचते चले जाते हैं.

Antriksh Space Earth

कैसे सितारे को निगल गया ब्लैक होल

नई स्टडी के मुताबिक लीड रिसर्चर मैट निकोल ने बताया, ‘ब्लैक होल का किसी सितारे को खाना साइंस- फिक्शन की तरह लगता है किन्तु असल में एक TDE में ऐसा ही होता है. आज से पहले इस इवेंट को देखना लगभग नामुमकिन था क्योंकि जब कोई सितारा ब्लैक होले में समाता है तो उससे धूल इत्यादि जैसे मटीरियल निकलते हैं दिखाई देते थे. इससे हम तक उसकी रोशनी पहुंच नहीं पाती थी.

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वैज्ञानिकों ने इस इवेंट को यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी के वेरी लार्ज टेलिस्कोप (VLT) और न्यू टेक्नॉलजी टेलिस्कोप समते कई टेलिस्कोप्स की सहायता से देखा है. स्टडी में शामिल रिसर्चर थॉमस वेवर्स ने बताया है कि गैलेक्सी के केंद्र में घूम रहा सितारा ब्लैक होल के नजदीक पहुंचने के साथ उसकी ग्रैविटी से खिंचने लगता इसके पश्चात् पतले हिस्सों में बंटने लगता है इसे Spaghettification की प्रक्रिया कहते है.

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खोज का अहम योगदान

टीम का नेतृत्व है कि इस सितारे का द्रव्यमान (mass) हमारे सूरज के बराबर रहा होगा. जिस कारण ब्लैक होल की ग्रैविटी के सामने इसके रुकने का कोई तात्पर्य नहीं होता क्योंकि उसका द्रव्यमान हमारे सूरज से 10 लाख गुना अधिक होता है. AT 2019qiz की सहायता से यह भी समझा जा सकता है कि SBH के नजदीक किस प्रकार का माहौल विकसित होता है. इस रिसर्च को आधर मानकर रॉयल ऐस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी द्वारा यह अध्ययन छापा गया है.

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देखा गया नज़ारा

अब सामने आई नई स्टडी के मुताबिक सितारे के टूटने के तुरंत बाद उसकी की जा सकती है. AT 2019qiz नाम का इवेंट 6 महीने तक स्टडी किया गया था. सितारे से निकलने वाली रोशनी बहुत तेज व चमकदार थी और फिर धीरे धीरे हल्की होने लगती थी. ऑब्जर्वेशन अल्ट्रावॉइलट, ऑप्टिकल, एक्स- रे और रेडियो वेवलेंथ में किए गए रिसर्च को सामने रखते हुए रिसर्चरस ने कहा कि इस इवेंट को व्यापक स्तर पर देखने के बाद पता चला कि मरते- मरते किस प्रकार सितारे से मटीरियल और रोशनी प्रकट होती है.

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