अंबाला | हरियाणा में गब्बर के नाम से मशहूर पूर्व गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) का इशारों ही इशारों में फिर दर्द छलका है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा है कि- “माना की औरों के मुक़ाबले कुछ ज़्यादा पाया नहीं मैंने, पर ख़ुद गिरता-संभलता रहा किसी को गिराया नहीं मैंने!!”
अमित शाह की घोषणा से जुड़ी है शायरी
अनिल विज के इस शायराना अंदाज को पंचकूला में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की घोषणा से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव सीएम नायब सैनी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा यानि कि हरियाणा में यदि बीजेपी सरकार बनती है तो नायब सैनी ही मुख्यमंत्री होंगे.
— Anil Vij Ex – Home Minister Haryana, India (@anilvijminister) June 30, 2024
2014 में मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे विज
2014 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 90 में से 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था. उस समय अनिल विज को मुख्यमंत्री पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था. हालांकि, उनके साथ रामबिलास शर्मा और ओमप्रकाश धनखड़ भी सीएम पद की दौड़ में थे.
जब ये चर्चा सामने आई कि बीजेपी किसी पंजाबी चेहरे को सीएम बनाएगी, तो अनिल विज और भी प्रबल दावेदार हो गए थे, लेकिन पार्टी ने करनाल विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बना दिया था.
खट्टर हटे तब भी नहीं आया नाम
लोकसभा चुनावों से ठीक पहले JJP से गठबंधन टूटने के बाद साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल को हटाकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि, तब भी चर्चाओं ने जोर पकड़ा था कि खट्टर की जगह अनिल विज को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जब नया सीएम बनाने को लेकर बीजेपी की बैठक चल रही थी, तब नायब सैनी का नाम सुनकर अनिल विज नाराज होकर बीच में ही बाहर आ गए थे. उनकी नाराजगी इस कदर बढ़ती चली गई कि उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने से भी इंकार कर दिया था.
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