अंबाला | त्यौहारी सीजन शुरू होते ही हरियाणा के एक कस्बे का नाम सबके जेहन में ताजा हो जाता है जो अपनी विशेषता के चलते दुनिया भर में प्रसिद्ध है. जी हां, अंबाला ज़िले का बराड़ा, जहां दुनिया का सबसे बड़ा रावण बनाया जाता है लेकिन अब ये परम्परा खत्म होने के कगार पर है. 210 फीट के रावण का आकार घटकर 125 फीट कर दिया गया है.
बराड़ा रामलीला क्लब के संस्थापक तेजिंदर राणा ने बताया कि हर साल बराड़ा में 210 फ़ीट का रावण जलाया जाता है लेकिन मैदान की कमी होने के चलते अब रावण का आकार छोटा घटाकर 125 फ़ीट कर दिया गया है. उन्होंने आमजन के साथ मिलकर सरकार से गुहार लगाई है कि इस परम्परा को कायम रखने के लिए मैदान का प्रबंध किया जाए. यदि सरकार मैदान उपलब्ध कराती है तो फिर से रावण के पुतले की उंचाई 210 फीट कर दी जाएगी.
आकार घटने की ये है वजह
बता दें कि जैसे-जैसे बराड़ा शहर की आबादी बढ़ रही है वैसे-वैसे बराड़ा रामलीला मैदान भी छोटा होता जा रहा है. अब हालत यह है कि पुतले का आकार काफी छोटा करना पड़ रहा है. तेजिंदर राणा ने बताया कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो अगले साल तक बराड़ा में रावण के पुतले का निर्माण बंद भी करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि दशहरा मैदान के चारों तरफ मकान बन गए हैं.
मीडिया के सामने अपना दर्द बयान करते हुए तेजिंदर राणा ने कहा कि इस समस्या को लेकर सरकार के सामने कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन बराड़ा में मैदान उपलब्ध कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है की मैदान न होने के कारण इस कार्यक्रम को बंद करना पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि पांच बार लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड और इंडिया में भी कईं रिकॉर्ड बराड़ा के रावण के नाम है लेकिन सरकार की उपेक्षा के चलते अब यह पहचान खत्म होने जा रही है.
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