अंबाला | पिछले करीब एक साल से अधिक समय से केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहा किसान आंदोलन का मुख्य केंद्र हरियाणा प्रदेश ही रहा है. प्रदेश के किसान लंबे समय से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन प्रदेश की सरकार केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को किसानों के हित में बताती है. अब प्रदेश में सरकार और किसान प्रदर्शनकारी आमने-सामने आते दिख रहे हैं.
हरियाणा प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बीते कुछ दिनों में अनिल विज को अंबाला में तीन बार किसान प्रदर्शनकारियों का भारी विरोध झेलना पड़ा है. अब पुलिस की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्री अनिल विज के कोठी में हमले की साजिश का खुलासा हुआ है. किसान आंदोलन की आड़ में हमले की बड़ी षड्यंत्र का पता चला है. किसान प्रदर्शनकारियों के बीच में शरारती तत्वों ने हमले की साजिश रची गई थी. मामले का खुलासा होते ही पुलिस ने अनिल विज को घर से ना निकलने की हिदायत दी थी. इस दौरान पुलिस ने कईप्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया.
विज की सुरक्षा बढ़ाने की मांग
भाजपाइयों ने किसान आंदोलन की आड़ में अनिल विज के ऊपर हमला कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए पड़ाव थाने में प्रदर्शन किया. वही अंबाला मंडल प्रधान राजीव गुप्ता ने अनिल विज की सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की है. मामले के ऊपर एसपी अंबाला हामिद अख्तर ने भी साफ कहा कि कानून के दायरे में रहकर ही धरना प्रदर्शन करें, जबकि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का हक नहीं है.
अनिल विज पर बढ़ते हमले
गौरतलब है कि बीते बुधवार की रात चंद्रपुरी के पास लोगों ने अनिल विज का विरोध किया और इस दौरान उनके काफिले में हमला भी हुआ. जिसमें कई किसानों के पास से तलवार और डंडे भी बरामद हुए. इससे पहले भी मंत्री विज गांव मछौंडा में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. जिसके बाद लौटते समय लोगों ने विरोध किया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. इसके बाद पंजोखरा में बीते साल एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे, जहां पर किसानों ने विरोध कर दिया. यह मामला भी काफी सुर्खियों में रहा.
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