नई दिल्ली | केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ बैठक के बाद पैसेंजर और कमर्शियल वाहन निर्माता कंपनियों ने पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने के बदले नए वाहन की खरीद पर डेढ़ से 3% की छूट देने पर सहमति जाता दी है. इस विषय में मंगलवार को आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया गया कि मर्सिडीज़- बेंज इंडिया ने ₹25,000 की फ्लैट छूट देने की घोषणा की है जो मौजूदा छूटों के अलावा होगी.
मंगलवार को हुई दिल्ली में बैठक
मंगलवार को भारत मंडपम में श्याम प्रतिनिधिमंडल के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटोमोबाइल उद्योग में कई जरूरी मुद्दों को संबोधित करते हुए कहा, “इस बातचीत के दौरान, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री की सलाह पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए और बेड़े के आधुनिकीकरण और परिपत्र अर्थव्यवस्था के महत्व को पहचानते हुए, कई कमर्शियल वाहन निर्माताओं और कई पैसेंजर वाहन निर्माताओं ने जमा प्रमाणपत्र (स्क्रैपेज सर्टिफिकेट) के खिलाफ सीमित अवधि के लिए छूट देने पर सहमति व्यक्त की है.”
1 से 2 साल तक की छूट के लिए कंपनियां तैयार
उन्होंने बताया कि वाणिज्यिक वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा 2 साल और यात्री वाहन निर्माता कंपनी 1 साल की सीमित अवधि के लिए छूट देने को राजी हैं. इसके बाद, कबाड़ और खराब वाहनों को स्क्रैप करके सड़कों को सुरक्षित और स्वच्छ बनाया जा सकेगा. उन्होंने बयान में कहा, “चूंकि कार एक्सचेंज नहीं की जा रही है, बल्कि केवल स्क्रैप की जा रही है, इसलिए एक्सचेंज और स्क्रैप छूट के बीच केवल स्क्रैपेज छूट ही लागू होगी. किसी स्क्रैप किए गए कमर्शियल वाहन के ट्रेडेड सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट के बदले वाहन खरीदने वाले व्यक्ति को दी जाने वाली छूट, 3.5 टन से अधिक जीवीडब्ल्यू (सकल वाहन भार) वाले वाणिज्यिक कार्गो वाहन को स्क्रैप करने पर एक्स- शोरूम कीमत के 2.75 प्रतिशत के बराबर होगी”
एक्स शोरूम कीमत पर मिलेगी इतनी छूट
घोषणा के अनुसार, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हुंडई मोटर इंडिया, किआ मोटर्स, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर, होंडा कार्स, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर, रेनॉल्ट इंडिया, निसान इंडिया और स्कोडा वोक्सवैगन इंडिया कंपनियों द्वारा पिछले 6 महीनों में स्क्रैप किए गए यात्री वाहन के बदले उनके मालिक को एक्स- शोरूम कीमत का 1.5 प्रतिशत या 20,000 रुपए की छूट दी जाएगी.
अतिरिक्त छूट कंपनियों पर निर्भर
कंपनी पर यह निर्भर रहेगा कि वह किन मॉडल पर अतिरिक्त छूट दे सकती हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में ऑटोमोबाइल उद्योग के टॉप डेलिगेट्स ने भाग लिया जिनमें सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी और सीईओ हिसाशी ताकेउची, टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक गिरीश वाघ, अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक और सीईओ शेनू अग्रवाल और टीवीएस मोटर कंपनी के सीईओ केएन राधाकृष्णन शामिल रहे.
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