भिवानी | कोरोना महामारी में सब रुका हुआ है, परीक्षाएं भी पुरी नहीं हो पाई थी. अब हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने री अपीयर, ओपन और जेबीटी परीक्षा की तैयारी कर ली है. 22 सितंबर से प्रदेश में परीक्षाएं कराने के लिए बोर्ड ने सरकार से इजाजत मांगी है. सरकार की ओर से अभी कोई जवाब नहीं मिला है. इसके बाद ही परीक्षा को लेकर तैयारी शुरु होगी. इन दिनों, बड़ी कक्षाओं की भी अंतिम वर्ष की अभी परीक्षाएं चल रही है. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने राज्य सरकार को इजाजत के लिए पत्र लिखा.
प्रदेश में 24 मार्च से करोना महामारी से लगे लाकडाउन के कारण परीक्षाओं को रोक दिया था. बोर्ड ने फिर 10वी और 12वी का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया. इसमें कई छात्रों की कंपार्टमेंट आई. विधार्थियों को दोबारा परीक्षा देने के लिए लेट फीस के साथ फार्म भरे जा रहे हैं. साथ ही, ओपन की परीक्षा भी बोर्ड की तरफ से कराईं जानी है. बोर्ड ने जेबीटी की भी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया है. आपको बता दे कि यह परीक्षाएं जुलाई- अगस्त में होती है.
डेढ़ लाख देंगे परीक्षा, फार्म भरने की अंतिम तिथि आज
बोर्ड की तरफ सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा देने के लिए लेट फीस के साथ फार्म भरे जा रहे हैं. एक आंकड़ों पर नजर डालें तो री- अपीयर, ओपन और जेबीटी को मिलाकर डेढ़ लाख परीक्षा देंगे. इसमें लगभग 17 हजार परीक्षार्थी जेबीटी के है. बोर्ड की तरफ से 3 सितंबर तक सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी के फार्म भरने की अंतिम तिथि है.
हरियाणा सरकार के जवाब का इंतजार
हरियाणा सरकार से परीक्षा लेने का जवाब मिलने के बाद बोर्ड की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी जाएगी. कोरोना के लिए सरकार की तरफ से गाइडलाइंस का इंतजार है. स्कूलों में बिना मास्क के परीक्षा में एंट्री नहीं करने के साथ ही सभी कक्षाओं को सेनिटाइज करने और सेनिटाइजर के प्रयोग के बाद ही परीक्षा में जाने देंने जैसे नियम तय किये जाएंगे. हरियाणा सरकार को 22 सितंबर से परीक्षाएं लेने के लिए पत्र लिखा है. उनका जवाब अभी तक नहीं मिला है. री- अपीयर ओपन और जेबीटी की एक साथ परीक्षा कराने की योजना है. अनुमति मिलते ही आगे कदम उठाए जाएंगे.
डॉ जगबीर सिंह ,चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड