हरियाणा में आंगनबाड़ी वर्कर का बेटा बना HCS, पिता ने सीएम खट्टर की पारदर्शिता नीति को सराहा

भिवानी | हरियाणा के भिवानी जिले के एक परिवार में उस समय खुशियों का ठिकाना नहीं रहा. जब उन्हें पता चला कि बेटे का HCS में चयन हो गया है. ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े बच्चे का हरियाणा सिविल सेवा में चयन होने पर आंगनवाड़ी वर्कर मां और 10वीं तक स्कूल चला कर बच्चों को शिक्षित करने वाले पिता नीर सांगवान ने इसका श्रेय बेटे राहुल की कड़ी मेहनत और हरियाणा सरकार की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया को दिया.

HPSC

बता दें कि हाल ही में हरियाणा सिविल सेवा के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन हुआ था. लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था. इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होते ही हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) ने बिना किसी देरी के भर्ती का परिणाम घोषित कर दिया. इस परिणाम में गांव मिताथल निवासी राहुल ने 27वीं रैंक हासिल की. राहुल ने जब अपने चयन की सूचना माता- पिता को दी तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

बचपन से ही प्रशासनिक सेवा में शामिल होने की तमन्ना

राहुल ने बताया कि उन्होंने पिता के स्कूल से ही आठवीं और दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की है. कक्षा 12वीं उन्होंने राम वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बौंद से 97% अंकों से उत्तीर्ण की. इसके बाद, सेंट स्टीफेंस कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से 76% अंकों के साथ BSC उत्तीर्ण की.

फिर चौधरी बंसीलाल विश्व विद्यालय, प्रेम नगर से 70% अंकों के साथ राजनीतिक शास्त्र से MA पास की. उनकी बचपन से ही प्रशासनिक सेवा में शामिल होने की तमन्ना थी और आज इस लक्ष्य को हासिल करने की अपार खुशी है.

सरकार की पारदर्शी नीति की सराहना

राहुल के HCS में चयनित होने की सूचना पाते ही उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. सभी लोगों ने बेटे के चयन पर माता- पिता को बधाई दी. वहीं, बेटे के चयन पर पिता नीर सांगवान ने बताया कि इसका 100 फीसदी श्रेय सीएम मनोहर लाल को जाता है. प्रदेश में पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू करने से ही यह संभव हो सका है. इससे मेहनत करने वाले युवाओं में विश्वास पैदा हुआ है.

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