भिवानी । कोरोना के संक्रमण के कारण पिछले 8 महीनों से स्कूल बंद पड़े थे. जिसकी वजह से कम स्कूल बसें ही सड़कों पर दौड़ी. स्कूल खुलने के बाद जब बसें सड़कों पर उतरी, तो उनमें काफी खामियां मिली.
परिवहन विभाग द्वारा की गई बसों की चेकिंग
बता दे कि प्रदेशिक परिवहन विभाग की तरफ से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत वीरवार को 20 से ज्यादा स्कूल वाहनों की चेकिंग की गई. इन बसों में नियमों के अनुसार पूरा सामान नहीं मिला. किन्ही बसों में जीपीएस नहीं था, तो किसी में फर्स्ट एड बॉक्स नहीं मिला. विभाग की तरफ से उसी समय काफी बसों का चालान किया गया और बहुत सी बसों को चेतावनी देते हुए 1 सप्ताह के अंदर नियम पूरे करने के लिए कहा गया. वही टीम द्वारा इस दौरान यातायात के नियमों का पालन करने के निर्देश भी दिए गए.
18 जनवरी से 17 फरवरी तक विभाग द्वारा चलाया गया अभियान
प्रदेशिक परिवहन विभाग के सचिव अंग्रेज सिंह के नेतृत्व में प्रदेशिक परिवहन की टीम ने बीपीएस स्कूल के पास सेक्टर 13 घंटा घर चौक रोहतक गेट के पास स्कूल वाहनों को रुकवाया और उनकी जांच की. जांच के दौरान वाहनों में जीपीएस सिस्टम, फर्स्ट एड बॉक्स, कैमरे,फायर बॉक्स,सेफ्टी बॉक्स, नंबर प्लेट,चालकों व वाहनों के जरूरी कागजात की जांच की तो वह कम ही मिले. काफी बसों में एटेंडेंट भी नहीं मिले. इनका काम बच्चों को बसों में चढ़ाने और उतारने का ही है. सचिव प्रदेशिक विभाग ने स्कूल बस चालकों को निर्देश दिए और बताया कि 18 जनवरी से 17 फरवरी तक सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा नामक विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
इसमें विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से लोगों को यातायात के नियमों की पालना करने के बारे में बताया जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही वाहन चलाने चाहिए. वाहन चलाते समय किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. वाहन चलाते समय नशीले पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए. विभाग की तरफ से जारी अभियान के तहत 5000 पंपलेट बांटे जा रहे हैं. इसके अलावा बैनर लगाने के साथ स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं.
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