चंडीगढ़ | हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से ग्रुप नंबर 1, 2, 56, 57 व पुलिस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन हो चुका है. ऐसे में उम्मीदवारों की तरफ से मांग की जा रही है कि उनकी परीक्षाओं का परिणाम जारी किया जाए तथा इन्हें जॉइनिंग दी जाए. प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है. 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है.
ऐसे में चुनाव आयोग के कारण संशय बना हुआ है. हरियाणा के बेरोजगार युवाओं ने वीरवार को सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया. इस अभियान में 2.11 लाख ने ट्वीट किए. युवाओं ने सरकार तक अपना आग्रह पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया है.
बेरोजगार युवाओं ने दिया संदेश
एक अखबार दैनिक सवेरा को अपना मैसेज देते हुए युवाओं ने लिखा कि 31 मई 2024 को हरियाणा और पंजाब उच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार भर्तियों की रिडवर्टाइजमेंट कर 6 महीने में भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश पारित किया गया था. परिणामस्वरूप आयोग ने रिएडबराइट जमेंट जारी कर ग्रुप 1, 2, 56, 57 पुलिस सिपाही पद की लिखित परीक्षा आयोजित कर ली. जब भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में ही थी कि 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने हरियाणा में चुनाव की घोषणा कर दी.
सरकार दे रही आचार संहिता का बहाना
अब सरकार आदर्श चुनाव आचार संहिता का बहाना बनाकर 5 साल से लबित भर्तियों से पल्ला झाड़ना चाहती है. इन भर्तियों पर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का भी कोई प्रभाव हाईकोर्ट के फैसले के कारण नहीं है. सरकार विपक्ष पर भर्ती रोकने का ठीकरा फोड़ रही है. हरियाणा में बेरोजगारी वैसे ही देश में पहले स्थान पर है और हरियाणा को बेरोजगार रखने में सरकार भी पूरी भागीदारी दें रही है. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुके हैं कि इन भर्तियों पर कोई रोक नहीं हैं. ‘
12 साल से लंबित है कुछ भर्तियां
युवा बेरोजगारों का दावा है कि ‘कुछ भर्तियां तो 12 साल से लंबित पड़ी है. ग्राम सचिव, पटवारी क़े पद कई बार विज्ञापित हुए. कई बार भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन किसी न किसी कारण ये पद वापस लिए जाते रहे. अभी इन पदों के लिए भर्ती के लिए पेपर हो चुके हैं. पिछले 12 साल से लंबित होने के कारण हरियाणा के बेरोजगार युवा प्रदेश सरकार के भर्तियों के प्रति ढीले रवैए से परेशान हैं और हरियाणा के विद्यार्थियों में चारों तरफ से नकारात्मकता का माहौल बना हुआ है. बार- बार अधिकारियों से मीटिंग व धरने प्रदर्शन करने के बावजूद हमें सरकार से कोई संतोषजनक उत्तर नही मिला और इन सब घटनाक्रम से हताश और निराश होकर हरियाणा का युवा कठोर फैसले लेने के लिए मजबूर है.
रोहतक में अनिश्चितकाल धरने का ऐलान
ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार जिस तरह से रुख अपना रही है, उससे युवा बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है. युवाओं का कहना है कि अगर हमारी ये मागे पूरी नहीं हुई, तो युवाओं के दम पर ही 2019 में सरकार ने वापसी की थी, लेकिन इस बार सरकार द्वारा युवाओं की इतनी अनदेखी सरकार को भारी पड़ सकती है. ऐसे में इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए हरियाणा के बेरोजगारों ने 31 अगस्त से आर पार की लड़ाई क़े लिए रोहतक में अनिश्चितकालीन धरने का एलान किया है.
इस प्रकार रहा भर्ती प्रक्रिया का हाल
9 जनवरी 2021 को ग्राम सचिव की परीक्षा हुई. इसके बाद, इस परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया और इसके स्थान पर सामान्य पात्रता परीक्षा लाई गई. 5/ 6 नवंबर 2022 कों CET हुआ. ग्रुप 57 नंबर 6 अगस्त 2023 कों ग्रुप 56 नंबर 7 अगस्त 2023 कों हुआ. इन परीक्षाओं को भी कोर्ट की तरफ से कैंसिल कर दिया गया. ग्रुप 56 की परीक्षा 17 अगस्त 2024 और ग्रुप 57 नंबर की परीक्षा 18 अगस्त 2024, ग्रुप 1 नंबर 8 अगस्त 2024, ग्रुप 2 नंबर 9 अगस्त 2024 को परीक्षा हुई थी.
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