CBSE Board Exam 2021 | शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी ने बीते शनिवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल द्वारा ट्विट जारी कर जानकारी दी है कि वे आने वाली 31 दिसंबर को CBSE बोर्ड की परीक्षाओं की तारीखों को जारी करेंगे. ऐसे में जैसे ही उनके द्वारा यह ट्विट जारी किया गया तभी से उनके ट्वीट पर बड़ी संख्या में बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र एवं छात्राओं ने रिप्लाई करना शुरू कर दिया है और उनके द्वारा लगातार मांग उठाई है कि परीक्षाएं जुलाई माह से पहले किसी भी हालत में आयोजित न कराई जाएं. ऐसे में सभी छात्रों ने स्पष्ट रूप से अपनी बात रखते हुए कहा है कि कोरोना काल यानी प्रदेश में तेज़ी से फैल रही इस महामारी के चलते उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला है.
ट्विटर हैंडल पर जमकर सांझा किए विद्यार्थियो ने अपने विचार
ट्विटर हैंडल पर ज्यादातर छात्रों ने अपनी बात रखते हुए शिक्षा मंत्री को टैग कर रिप्लाई करते समय कहा है कि परीक्षाएं स्थगित की जानी चाहिए. कुछ ऐसे भी विद्यार्थी सामने आए है जिन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा है कि परीक्षाएं अप्रैल या फ़िर मई के माह तक स्थगित कर दी जानी चाहिए तो दूसरी ओर कुछ ऐसे छात्र थे जिन्होंने कहा है फिलहाल उनका पाठ्यक्रम ही पूरा नहीं हो पाया है और ऐसे में परीक्षा देना उनके लिए संभव नहीं है. छात्र वर्ष 2021 के जुलाई माह या फ़िर उसके बाद ही परीक्षा आयोजित करवाने की इच्छा प्रकट करते हुए नज़र आ रहे हैं, जिससे परीक्षा देने के लिए उन्हें तैयारी करने के लिए और समय हासिल हो सके.
#educationministergoeslive हुआ ट्रेंड
ऐसे में एक छात्रा कृतिका ने ट्विट जारी कर अपनी बात रखते हुए कहा है कि “स्कूलों द्वारा पूरे पाठ्यक्रम को केवल चार महीनों में ही संपूर्ण घोषित कर दिया गया था ,किंतु अभी तक केवल 10 प्रतिशत पाठ्यक्रम भी सही तरीके से नहीं कराया गया है. ऐसे में मैं आपसे निवेदन करती हूं कि परीक्षाओं को अप्रैल माह तक स्थगित कर दिया जाए अन्यथा बहुत से विद्यार्थी डिप्रेशन का सामना भी कर सकते हैं.
यह सब ट्वीट #educationministergoeslive जैसे अन्य हैशटैग का इस्तेमाल करके किए गए हैं और अब यह हैशटैग ट्रेंड हो रहा है जिसकी सहायता से सभी अपनी बात रख सकते हैं.
ऑफलाइन मोड में क्लासेज़ न लगने से पढ़ाई का हुआ नुकसान
हम इस ख़बर के माध्यम से आपको विशेष रूप से बता दें कि शिक्षा मंत्री द्वारा पहले ही यह साफ़ तौर पर कहा जा चुका हैं कि परीक्षा मार्च तक आयोजित करना आवश्यक नहीं है. ऐसे में यह मुमकिन है कि परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ा जाए जाएं जिससे छात्रों को और अधिक समय मिल सके. ऐसे में इस वर्ष में छात्रों की ऑफलाइन मोड में क्लासेज़ नहीं हो सकी हैं और यह एक बहुत बड़ा कारण है. जिससे बच्चो की पढ़ाई का नुकसान भी काफी हुआ है.
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