चंडीगढ़ । महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित प्ले स्कूलों में पोषण के साथ-साथ शिक्षा और संस्कारों को भी शामिल किया जा रहा है. जिले में 343 आंगनबाडी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदला गया है. हालांकि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है. लेकिन अब तक करीब ढाई हजार बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. इसमें तीन से छह साल के बच्चे अपने गांव में ही बने प्ले स्कूल से मुफ्त शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. सबसे ज्यादा ब्लॉक मुस्तफाबाद में है. यहां 68 आंगनबाडी केंद्रों को प्ले स्कूल में तब्दील कर दिया गया है. जिले में कुल 1281 आंगनबाडी केंद्र हैं.
ये रहेगा खास
आंगनबाडी केंद्रों से बनाए प्ले स्कूल में बच्चों के मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास के लिए विशेष कार्य किया जाएगा. बच्चों के शारीरिक विकास के लिए प्ले स्कूल में अलग से खिलौने, झूले लगाए गए हैं. साथ ही उनके मानसिक विकास के लिए अलग से कमरा बनाया गया है, जिसमें कहानियों के माध्यम से उन्हें संस्कारी बनाया जाएगा.
इसके साथ ही आंगनबाडी कार्यकर्ता बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए उन्हें चार्ट, टेबल और वॉल पेंटिंग पर हिंदी और अंग्रेजी के अक्षर, गिनती आदि सिखाएंगी. प्ले स्कूल में आने वाले बच्चों के लिए खेलने, पढ़ने की समुचित व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही बच्चों के बढ़ने के लिए कई तरह की कुर्सियों की व्यवस्था की गई है. इनके अलावा बच्चों के पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था की गई है, जिसके लिए हर प्ले स्कूल में आरओ की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसके अलावा लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय की भी व्यवस्था की गई है.
ये है मुख्य मकसद
विभागीय अधिकारियों के अनुसार शुरुआती दिनों में शिक्षा नीति खेल-कूद पर केंद्रित रहेगी, ताकि बच्चों के मन पर शिक्षा का बोझ न पड़े. खेलों के माध्यम से बच्चों को कैसे पढ़ाया जा सकता है, यह तरीका आंगनबाड़ी के बच्चों को बताया जाएगा. ताकि शिक्षा रुचिकर बने और बच्चे इससे दूर न भागें. इसके लिए काव्य-कथाओं का सहारा लेकर शिक्षा को सुगम बनाने का प्रयास किया जाएगा. इनमें बच्चे के सकल विकास, बौद्धिक, सूक्ष्म, भाषा और सामाजिक विकास पर जोर दिया जाएगा.
प्ले स्कूल कहाँ बनाए गए
बिलासपुर 46, छछरौली 39, जगाधरी अर्बन 63, जगाधरी ग्रामीण 39, सढौरा 16, मुस्तफाबाद 68, रादौर 55,
विभाग के भवन में 48
चौपाल में 22, कम्युनिटी हॉल में 25, पंचायत भवन में 10,मंदिर या महिला सदन में 08,किराए के भवन में 42, स्कूल भवन में 82
जिला कार्यक्रम अधिकारी बलजीत कौर ने बताया कि जिले में कुल 1281 आंगनबाडी केंद्र हैं. इनमें से 343 केंद्रों को प्ले स्कूल में बदल दिया गया है. हमारा प्रयास है कि हर प्ले स्कूल में सभी मूलभूत सुविधाएं हों. सरकार ने आंगनबाडी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने का फैसला किया है ताकि बच्चों को शुरू से ही बेहतर शिक्षा मिल सके.
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