चंडीगढ़ | हरियाणा में लगातार हो रही बारिश ने अब तबाही मचानी शुरू कर दी है. करीब 600 गांव बारिश के पानी में डूबे हुए हैं. अंबाला 40 फीसदी तक डूबा है. राज्य के 7 नेशनल हाईवे पानी में डूब गए हैं. इसके चलते राज्य का दिल्ली, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. 9 लोगों की मौत हो गई है. इसे देखते हुए एनएचएआई ने यात्रा करने वाले यात्रियों को यात्रा न करने का अलर्ट जारी किया है.
अंबाला में हुई इतने एमएम बारिश
अंबाला में 3 दिन में 451 मिमी बारिश से शहर का 40 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो गया है. प्रशासन ने सेना की मदद ली. कई इलाके ऐसे हैं जहां लोगों ने घर की छत पर शरण ले रखी है. देर रात तक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस ने 2 हजार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. सेना के जवानों ने चमन वाटिका स्कूल में फंसी 731 छात्राओं को बचाया.
नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही
बता दें कि जलस्तर बढ़ने से उफनाई टांगरी, मारकंडा और घग्गर नदी का पानी आसपास के इलाके में भर गया है. अंबाला में रविवार रात टांगरी नदी के किनारे बने घरों में फंसे 400 से ज्यादा लोगों को बचाया गया. गुहला- चीका क्षेत्र से गुजरने वाली घग्गर नदी के कारण 18 गांवों में बाढ़ का खतरा है.
अब तक 9 लोगों की हुई मौत
अंबाला के मुलाना में जगाधरी हाईवे पर हिमाचल प्रदेश डिपो की बस मारकंडा नदी के पानी में पलट गई. बस में सवार 27 लोगों को क्रेन की मदद से बचाया गया. वहीं, करनाल के सग्गा गांव में मकान गिरने से सो रहे दंपति की मौत हो गई. घर के बाहर सो रहे 4 बच्चों की जान बच गई. अंबाला के दुराना गांव में बाइक फिसलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई.
यमुनानगर में डूबने से 11 साल के छात्र की मौत हो गई. सुढैल गांव में बिजली गिरने से धान की रोपाई कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई. अंबाला के बिंजलपुर में एक शख्स बाइक समेत पानी में बह गया. पिंजौर की देवल घाटी में मलबा गिरने से झुग्गी में सो रहे भाई- बहन समेत 3 लोगों की मौत हो गई.
खाने- पीने का संकट
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण यमुना समेत सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं, जिससे सैकड़ों गांव प्रभावित हैं. नदियों का पानी खेतों में आ जाने से जिले में लाखों एकड़ फसल डूब गयी है. वहीं, हजारों लोगों के सामने बिजली, पानी और भोजन का संकट खड़ा हो गया है. अंबाला में टांगरी, मारकंडा और घग्गर नदियों ने कहर बरपाया है. यहां के 400 से ज्यादा गांवों में नदी का पानी घुस गया है. पानीपत में भी यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और आसपास के इलाके की करीब 20,000 एकड़ फसल जलमग्न हो गई है. साथ ही, 18 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
कई ट्रेनें हुई रद्द
फिरोजपुर और अंबाला डिवीजनों में रेलवे ट्रैक पर पानी भरने के कारण वंदे भारत समेत 33 से अधिक यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. 25 से ज्यादा ट्रेनों का रूट बदलकर गंतव्य की ओर रवाना किया गया. लगातार दूसरे दिन कालका-शिमला रेलवे लाइन पर 7 ट्रेनों की आवाजाही बंद रही.
हरियाणा के 7 राष्ट्रीय राजमार्ग ब्लॉक
अंबाला- चंडीगढ़, अंबाला- सहारनपुर, अंबाला- दिल्ली अंबाला- जालंधर, अंबाला- हिसार, अंबाला- यमुनानगर राष्ट्रीय राजमार्ग और अंबाला- पंचकूला वाया बरवाला राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गए हैं. हाईवे बंद होने से चंडीगढ़ का दिल्ली से संपर्क टूट गया है.
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