चंडीगढ़ | हरियाणा के कॉलेजों में वर्कलोड के अनुसार, 4,500 शिक्षकों की कमी नजर आ रही है. इनमें सीधे तौर पर रेगुलर शिक्षकों के 2,570 पद रिक्त हैं, जबकि शेष खाली पदों पर एक्सटेंशन लेक्चरर कार्यरत हैं. वहीं, राज्य के 182 कॉलेजों में से लगभग 80 कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें प्रिंसिपल ही नहीं है. दरअसल, प्रदेश के कॉलेजों में सरकार की ओर से शिक्षकों के स्वीकृत पदों की संख्या 7,986 है, जिनमें से 5,416 पदों पर शिक्षक काम कर रहे हैं.
कई सरकारी कॉलेजों में शिक्षकों और प्रिंसिपल क़े पद खाली
इन 5,416 में करीब 2,000 से ज्यादा एक्सटेंशन लेक्चरर काम कर रहे हैं. विशेष बात यह है कि कॉलेजों में प्रिंसिपल के सीधे पदों पर भी लंबे समय से भर्ती नहीं हुई है.
ऑल हरियाणा गर्वनमेंट कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अमित चौधरी ने कहा कि प्रदेश के कई सरकारी कॉलेजों में शिक्षकों और प्रिंसिपल क़े पद खाली हैं. लगभग 4,500 से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली है. शिक्षकों के कुछ खाली पदों पर एक्सटेंशन लेक्चरर काम कर रहे हैं.
कॉलेजों में शिक्षा पर पड़ रहा असर
सरकार ने लंबे वक़्त से असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रिंसिपल के पदों पर सीधी भर्ती नहीं की है. साथ ही, पदोन्नति से भरे जाने वाले पद भी खाली ही है. इसके चलते कॉलेजों में शिक्षा प्रभावित हो रही है.
वहीं, निदेशालय में शिक्षकों के रूटीन के कामकाज भी रुके पड़े हैं. इसे लेकर संगठन ने पिछले दिनों शिक्षा मंत्री से मुलाक़ात भी की थी. जिन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ जल्द बैठक का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक बैठक को लेकर संगठन के पास कोई सूचना नहीं पहुंची है.
जिला | स्वीकृत पद | रिक्त |
अंबाला | 260 | 30 |
भिवानी | 556 | 182 |
चरखी दादरी | 97 | 42 |
फरीदाबाद | 369 | 115 |
फतेहाबाद | 244 | 80 |
गुरुग्राम | 674 | 171 |
हिसार | 710 | 213 |
झज्जर | 425 | 116 |
जींद | 513 | 159 |
कैथल | 170 | 76 |
करनाल | 485 | 115 |
कुरुक्षेत्र | 82 | 17 |
महेंद्रगढ़ | 824 | 371 |
नूह | 134 | 86 |
पलवल | 127 | 83 |
पंचकूला | 346 | 66 |
पानीपत | 144 | 66 |
रेवाड़ी | 426 | 188 |
रोहतक | 656 | 91 |
सिरसा | 354 | 181 |
सोनीपत | 256 | 90 |
यमुनानगर | 134 | 54 |
कुल | 7986 | 2570 |