चंडीगढ़ | बाबा रामदेव द्वारा दिए गए बयान के बाद, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा की आयुर्वेदिक व एलोपैथिक पद्धति से इलाज की बहस बाजी से मरीजों में भ्रम हो सकता है कोरोना काल में यह वक्त बहसबाजी का नहीं है बल्कि मरीजों को हौसला देना है और उनको एक बेहतर इलाज व सुविधा प्रदान करना है.
आयुर्वेद व एलोपैथी दोनों का ही अपना अपना महत्व है. आयुर्वेद एलोपैथी में से क्या ठीक है, इस पर अनिल विज ने कहा कि जहां आयुर्वेद से इलाज हो सकता है वहां आयुर्वेद का महत्व है और जहां एलोपैथिक की जरूरत हो वहां उसका महत्व है. इसलिए बेफिजूल बहसबाजी किया जाना ठीक नहीं है . आयुर्वेदिक व एलोपैथी एक दूसरे की विरोधी नहीं है ,बल्कि एक दूसरे की सहयोगी है. इसलिए इन पद्धतियों पर बहस की आवश्यकता नहीं है.
अनिल विज से पूछे जाने पर कि वे खुद कोरोना पेशेंट रहे हैं. इस पर अनिल विज ने कहा की वह रोजाना आयुर्वेदिक दवाइयां लेते हैं, और एलोपैथी भी ली है दोनों का अपना-अपना महत्व है. उपचार की अलग-अलग पद्धतियों को एक दूसरे की विरोधी ना बनाकर एक दूसरे की सहयोगी बनाना चाहिए.
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