चंडीगढ़ | हरियाणा सरकार ने पानी बचाने के दृष्टिकोण के अनुरूप, ‘मेरा पानी- मेरी विरासत’ योजना‘ शुरू की है. इसके तहत धान के बजाय अन्य फसल उगाने वाले किसानों को 7,000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. दरअसल, पानी की कमी के कारण हरियाणा में धान की खेती नहीं हो पाती है, जिसके चलते मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा के किसानों से यह अनुरोध किया गया है.
ये है योजना का मकसद
किसान उन जगहों पर धान की खेती न करें जहाँ पानी की कमी हो. इसीलिए हरियाणा सरकार वर्तमान में इस हरियाणा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से उन किसानों को वित्तीय सहायता के रूप में 7,000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है जो धान की खेती में धान के बजाय अन्य फसलें बो रहे है. इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के किसानों से जल संरक्षण को बढ़ावा देने की अपील की है.
इस योजना के जरिए किसानों को फसल विविधीकरण अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया है. इस मेरा पानी मेरी विरासत योजना की सफलता के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक प्रचार- प्रसार किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिस ग्राम पंचायत में जलस्तर 35 मीटर गहरा है, वहां धान की खेती नहीं की जायेगी. योजना के तहत, खेतों में ड्रिप सिंचाई प्रणाली लगाने पर 85% सब्सिडी दी जाएगी.
आवश्यक दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान पत्र
- बैंक खाता पासबुक
- कृषि भूमि दस्तावेज
- मोबाइल नंबर
- आधार कार्ड
योजना के तहत ऐसे करें आवेदन
- सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट agriharyanaofwm.com पर जाना होगा.
- इस वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा.
- यहां होम पेज पर आपको न्यू रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद, आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा.
- वहां आपकी स्क्रीन पर लॉगिन फॉर्म दिखाई देगा.
- इस लॉगिन फॉर्म में आपको अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करके लॉगिन बटन पर क्लिक करना होगा.
- इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा.
- इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको पूछी गई सभी जानकारी भरनी होगी.
- सारी जानकारी भरने के बाद आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा.
- इस प्रकार आपका रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यम से पूरा हो जायेगा.