चंडीगढ़ । हरियाणा में कोविड-19 के इस भयावह दौर में हरियाणा के स्वास्थ्य अधिकारियों को लगता है कि राज्य में डेंगू के मामलों में तीन गुना वृद्धि हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक, 1 सितंबर को हरियाणा में डेंगू के सिर्फ 40 मामले सामने आए थे वहीं यह संख्या 10 अक्टूबर को 1 हजार 359 तक पहुंच गई थी.
हरियाणा में इस समय डेंगू ने खलबली मचा रखी है. सबसे बुरी तरह प्रभावित जिले सिरसा, पंचकुला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह और महेंद्रगढ़ हैं, जिनमें सिरसा 148 मामलों के साथ सबसे ऊपर पायदान पर है. सूत्रों के अनुसार कई सरकारी अस्पतालों में रक्त और प्लेटलेट्स की कमी हो रही है, जो डेंगू के इलाज के लिए महत्वपूर्ण हैं.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि टीकाकरण और साथ ही कोविड मामलों की निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने से वेक्टर जनित रोगों की योजना बनाने में कुछ ढिलाई हुई है. हालांकि, विशेषज्ञों ने दावा किया है कि देरी से मानसून और जलवायु परिवर्तन डेंगू के मामलों में तेजी के पीछे एक कारण हो सकता है.
अधिकारी ने आगे कहा- कि जहां तक निदान और उपचार का संबंध है, हमने पहले ही पर्याप्त उपाय कर लिए हैं. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त इलाज और सरकारी अस्पतालों में प्लेटलेट्स की मुफ्त प्रक्रिया के अलावा, हमने निजी अस्पतालों से प्लेटलेट्स की व्यवस्था के लिए दरें तय की हैं, ”स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- कि इसके अलावा, हमने मच्छरों के प्रजनन और विकास की जांच के लिए मोबाइल टीमों का गठन किया है और प्रभावित क्षेत्रों में नियमित रूप से फॉगिंग की जा रही है.
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