चंडीगढ़ | गेंहू का उत्पादन बढ़ने से भंडारण की समस्या सामने आ रही है. इसी को देखते हुए भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने हरियाणा में तीन लाख मीट्रिक टन स्टील साइलो बनाने का निर्णय लिया है. इसके लिए करनाल के असंध व घरौंदा समेत 6 जिलों में 12 साइलो बनाए जाएंगे. केंद्र ने हरियाणा सरकार से चुनिंदा जगहों पर जमीन उपलब्ध कराने को कहा है.
इस वजह से लिया फैसला
हर साल विभिन्न खाद्यान्नों की एमएसपी पर खरीद की जाती है. सरकार जो अनाज खरीदती है, उसका भी भंडारण होता है जो भविष्य के लिए भी उपयोगी है. जैसे कोरोना काल में गेहूं का भंडारण काम आया. इस वर्ष गेंहू की खरीद के दौरान हरियाणा में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग को गेहूं भंडारण गृहों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा था.
यही वजह रही कि सबसे बड़ी एजेंसी होने के बावजूद उन्हें गेहूं खरीद में हाथ खींचना पड़ा. इसका परिणाम यह हुआ कि पूरे हरियाणा में गेहूं की खरीद के मामले में हैफेड ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले से अधिक गेहूं की खरीद की क्योंकि हैफेड की भंडारण क्षमता अधिक है.
साइलो के लिए भूमि अधिग्रहण होगा शीघ्र
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक करनाल अनिल कालरा ने बताया कि भारत सरकार ने इसके लिए हरियाणा सरकार से जमीन उपलब्ध कराने को कहा है. जिसके तहत खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के संयुक्त निदेशक (भंडार) ने जमीन की उपलब्धता के लिए सभी करनाल, पानीपत, सोनीपत, जींद, फतेहाबाद और पलवल जिलों के उपायुक्तों को पत्र लिखा है. इन जिलों के डीएफएससी को भी मामले में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है. साइलो के लिए भूमि अधिग्रहण शीघ्र किया जाना है.
भूमि अधिग्रहण की ये है शर्तें
केंद्र सरकार के पत्र में भूमि अधिग्रहण के लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं, जिसमें प्रत्येक स्थल पर चार एकड़ जमीन होनी चाहिए. भूमि सभी बाधाओं से मुक्त होनी चाहिए. जमीन ऐसी होनी चाहिए जिसमें साफ और अच्छी सड़क पहुंच हो. कोई भी हाई टेंशन बिजली की लाइन आदि जमीन से नहीं गुजरनी चाहिए. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नहीं होना चाहिए.
यहां बनाया जाएगा साइलो
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक करनाल अनिल कालरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने खाद्यान्न के सुरक्षित भंडारण और गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से हरियाणा में स्टील साइलो बनाने का निर्णय लिया है. केंद्र सरकार ने इसके लिए जगहों का चयन कर लिया है. करनाल जिले के असंध और घरौंडा, पानीपत जिले के समालखा, सोनीपत जिले के गोहाना, जींद जिले के पिल्लूखेड़ा, उचाना, फतेहाबाद, फतेहाबाद जिले के रतिया, भूना, पलवल जिले के पलवल और होडल में साइलो का निर्माण किया जाना है. प्रत्येक साइलो की भंडारण क्षमता 25 हजार मीट्रिक टन होगी. सभी 12 साइलो की कुल भंडारण क्षमता तीन लाख मीट्रिक टन होगी.
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