चंडीगढ़ | हरियाणा में होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी- अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी कड़ी में सीएम नायब सैनी (Nayab Singh Saini) 18 दिसंबर से सभी विधानसभा क्षेत्रों में धन्यवादी दौरे पर रहेंगे, जहां वो प्रदेश में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनाने पर जनता का आभार व्यक्त करेंगे. साथ ही, शहरी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे.
निकाय चुनावों को लेकर BJP- कांग्रेस गंभीर
विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने से वंचित रहें कई नेताओं को बीजेपी इस बार शहरी स्थानीय निकाय चुनाव लड़वा सकती है. मेयर, परिषद और पालिका अध्यक्षों के चुनाव सीधे मतदान के जरिए होंगे. इसलिए इन चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
शहरी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर कांग्रेस भी गंभीर नजर आ रही है. मेयर का चुनाव कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर लड़ने का विचार बना रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी अपने बलबूते निकाय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP)और इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी (INLD) भी शहरी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की तैयारियां कर रही है.
दो चरणों में होंगे चुनाव
हरियाणा में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में आयोजित होंगे. पहले चरण में गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, सोनीपत और अंबाला नगर निगम के चुनाव कराएं जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक और हिसार नगर निगम के चुनाव होंगे.
BJP ने किया मंथन
हरियाणा में कुल 34 शहरी निकायों में चुनाव होने हैं, जिन्हें लेकर BJP काफी गंभीर नजर आ रही है. पिछले दिनों सीएम नायब सैनी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में हुई छोटी टोली की बैठक में शहरी निकायों के चुनाव गंभीरता से लड़ने पर मंथन किया गया है. आम सहमति बनी कि विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित प्रमुख दावेदारों को मेयर, परिषद व पालिका अध्यक्षों के चुनाव लड़वाए जाएंगे. बीजेपी अपने सिंबल कमल के फूल पर चुनावी रण में उतरेगी.
टिकट दावेदारों ने शुरू की भाग- दौड़
नगर निगम में मेयर प्रोटोकाल के हिसाब से सांसद और विधायक से ऊपर होता है. इसलिए छोटी सरकार का हिस्सा बनने के लिए बीजेपी से टिकट के दावेदारों में अभी से मारा- मारी मची हुई है. हरियाणा बीजेपी प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया ने प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को शहरी निकाय चुनाव की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.
सीएम नायब सैनी धन्यवादी दौरे के तहत जब प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे, तभी शहरी निकाय चुनाव के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान कर ली जाएगी. मुख्यमंत्री की ओर से पार्टी के सभी सांसदों व विधायकों को भी उनके अंतर्गत आने वाले निकायों के चुनाव की तैयारियां करने को कहा जा चुका है.
मजबूत चेहरों को मौका देगी BJP
केंद्रीय उर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पास टिकट के दावेदारों ने हाजिरी लगाना शुरू कर दिया है. बीजेपी अपनी रणनीति के तहत मजबूत उम्मीदवारों को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के रण में उतारना चाहती है, ताकि EVM को लेकर शोर मचा रही कांग्रेस पार्टी को शहरी निकाय चुनाव में भी उभरने का मौका नहीं मिल सकें. बीजेपी मेयर और चेयरमैन पदों के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चुनावी रण में उतारने का विचार बना रही है.
विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के कई वार्ड पार्षदों ने खुलकर कांग्रेस पार्टी का साथ दिया था. ऐसे में भाजपा इन पार्षदों की टिकट काटकर उनकी जगह पर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को पार्षद का चुनाव लड़वा सकती है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!