मुख्यमंत्री ने ‘अंतोदय ग्राम उत्थान’ मेलों की समीक्षा बैठक की, जाने क्या दिए जरूरी निर्देश

चंडीगढ़ | हरियाणा के मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक सचिवों और जिला उपायुक्तों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की है. इस मीटिंग में सीएम ने ‘अंत्योदय ग्राम उत्थान’ मेलों को लेकर जरूरी निर्देश दिए है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों और उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक करी, तथा उन्हें मिशन मोड में काम करने के निर्देश दिए है.

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जाने मुख्यमंत्री ने क्या कही प्रमुख बातें

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे इस भावना के साथ काम करें कि उनके जिले में कोई भी परिवार एक लाख की वार्षिक आय से नीचे ना रह जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को उद्यमियों के लिए प्रेरित और सशक्त बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी बताया कि इन मेलों का आयोजन करने का प्रमुख उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार से जोड़ना है. साथ ही प्रदेश के सभी गरीब परिवार को सरकार की कल्याणकारी नीति का लाभ मिल सके इसके लिए अंतोदय ग्राम उत्थान मेलों को लगाया गया है.

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आयोजित किए गए मेलों का जाना अनुभव

उन्होंने अब तक आयोजित किए गए दो मेलों के दौरान उपायुक्तों के रहे अनुभव तथा उनकी शंकाएं पूछते हुए उनसे सुझाव भी लिए. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में पहली बार किए जा रहे इस प्रयोग को सफल बनाना है. जिसके लिए मेले से पहले चिन्हित गरीब परिवारों के घर पर प्रशासन की तरफ से टीम जाए और उनकी काउंसलिंग करते हुए उन्हें योजनाओं के बारे में जानकारी दें. जिसके फलस्वरूप लोग अपनी रूचि के अनुसार रोजगार के विकल्पों को चयन कर सके तथा इस मेले में शामिल हो सकें. उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों से प्राप्त प्रतिक्रिया के आधार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं. इन मेलों को और अधिक सफल बनाने तथा प्रत्येक पात्र परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख तक बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम करने को कहा है.

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मेले से पहले घर-घर जाकर की जाए काउंसलिंग

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेलों का लाभ अधिक गरीब परिवारों को पहुंच सके, इसके लिए पात्र परिवारों की श्रेणी में आने वाले परिवारों के घर जाकर काउंसलिंग करी जाए. जिसके कारण लोगों को मेले के बारे में पूरी जानकारी हासिल हो जाए तथा परामर्श टीम द्वारा उन्हें सलाह भी दी जाए. परामर्श टीमों का उचित प्रशिक्षण भी सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इन मेलों में आने के लिए संदेश सबसे पहले परिवार के युवा सदस्यों को भेजा जाए, उसके बाद 60 वर्ष से कम आयु के सदस्यों, तत्पश्चात 60 वर्ष आयु या इससे ऊपर के सदस्यों को भेजा जाए. जिसके फलस्वरूप यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर परिवार के युवा सदस्यों को इस मेला में रोजगार मिल सके.

आय सत्यापन के कार्य पर दिया जाए ध्यान

मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र परिवारों को ही प्राप्त हो सके रोजगार के अवसर मिलें, इसके लिए हर परिवार का आय सत्यापन बड़ी बारीकी और ध्यान से किया जाना सुनिश्चित करें. उन्होंने एकल परिवार आई.डी. और विभाजित हुए परिवारों की आई.डी. के डाटा को रिकॉर्ड करने के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे परिवारों का आय सत्यापन एक माना जाए और इस डाटा का कार्य उचित तरीके से किया जाए. उन्होंने कहा कि मैनुअल और ऑनलाइन प्रोफार्मा के डाटा का ठीक से मिलान किया जाना सुनिश्चित करें.

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निजी संस्थानों में रोजगार के अवसर तलाशने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने मीटिंग में कहा कि कुछ जिलों में जहां निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकता है, ऐसी जगहों पर उपायुक्तों को निजी संस्थाओं में वर्कफोर्स की आवश्यकताओं को भेजने की संभावनाएं तलाशनी चाहिए. एमएमएपीयूवाई के तहत सत्यापित पात्र परिवारों को इन मेलों के लिए आमंत्रित किया गया. साथ ही यह भी बताया गया कि एमएमएपीयूवाई के तहत परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) से सत्यापित डाटा के अनुसार इन मेलों में पात्र परिवारों को आमंत्रित किया जा रहा है.

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