चंडीगढ़ | हरियाणा में बीते कई दिनों से डीएपी खाद की किल्लत को लेकर किसानों और विपक्षी दलों द्वारा मनोहर सरकार पर कई सवाल खड़े किए जा रहे थे. इसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि प्रदेश में डीएपी की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी.
रविवार 24 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में डीएपी खाद को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की. बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि सभी सीपी, जिला एसपी अपने डीसी की सलाह में डीएपी और अन्य उर्वरकों की कालाबाजारी जमाखोरी व तस्करी को रोकने के लिए तुरंत उड़नदस्ते का गठन करें. खाद की तस्करी को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं पर तुरंत नाके स्थापित किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री बोले- नहीं होगी डीएपी खाद की कमी
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि प्रदेश में DAP खाद की कमी नहीं रहने दी जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि बाजार में पिछले बरस की तुलना में इस साल 11 हजार मीट्रिक टन अधिक DAP खाद उपलब्ध है. फिर भी किसानों की मांग को देखते हुए उन्होंने केंद्रीय केमिकल एवं फर्टिलाइजर मंत्री मनसुख मांडविया से फोन पर बातचीत कर 6 अतिरिक्त रैक बढ़ाने पर सहमति ले ली है.
राज्य की सीमाओं पर सख्ती बरतने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि इस समय हरियाणा के किसानों के लिए 24 रैक DAP उपलब्ध है. 5 रैक अभी आने हैं. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री से हुई बातचीत के मुताबिक 6 अतिरिक्त रैक आने पर 31 अक्टूबर तक हरियाणा के पास खाद के कुल 11 रैक और उपलब्ध होंगे. मुख्यमंत्री ने राज्य की सीमाओं पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए ताकि हरियाणा से DAP खाद की अन्य राज्यों में ब्लैक न की जा सके.
किसान ना करे खाद का भंडारण
मुख्यमंत्री खट्टर ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे आवश्यतानुसार ही डीएपी की खरीद करें और इसका भंडारण न करें ताकि सभी किसानों को समान रूप से खाद मिल सके. उन्होंने बताया कि पिछले साल राज्य में 24 अक्टूबर तक 87 हजार मीट्रिक टन DAP खाद की बिक्री की गई थी वहीं इस साल 24 अक्टूबर तक 98 हजार मीट्रिक टन खाद की बिक्री की जा चुकी है.
जहां पहले जरूरत, वहां पहले सप्लाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बैठक के दौरान अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए कि जिन किसानों ने रबी फसलों के लिए ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है, उसके अनुसार ही किसानों को DAP खाद का वितरण किया जाए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा, डिमांड के अनुसार DAP खाद की सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि जिस क्षेत्र के किसानों को पहले खाद की जरूरत है वहां पहले सप्लाई दी जाए.
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