चंडीगढ़ | हरियाणा के 17 जिलों में बनाए गए 1,072 परीक्षा केंद्रों पर 21 और 22 अक्टूबर को ग्रुप डी CET परीक्षा आयोजित की गई. इस परीक्षा के लिए 13.84 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन किया था जबकि 8.51 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी. इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से संयुक्त रूप से किया गया है. इस भर्ती परीक्षा के जरिए ग्रुप डी के लगभग 13,536 पदों पर नियुक्तियां की जाएगी.
13536 पदों पर होनी है भर्ती
उम्मीदवारों को इस परीक्षा में मिले स्कोर और सामाजिक आर्थिक मानदंड के अंकों के आधार पर नियुक्ति मिलेगी. परीक्षा संपन्न होने के बाद अब उम्मीदवार परिणाम के इंतजार में है. पर इससे पहले परीक्षा से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है. हरियाणा ग्रुप डी सीईटी परीक्षा के लीक होने की आशंका जताई गई थी और इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
पुलिस को उन दोनों लोगों से उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड, चेक और अन्य दस्तावेज मिले हैं. आरोपियों से पुलिस को प्रश्न पत्र नहीं मिला है. पुलिस को सूचना मिली थी कि यह लोग दिल्ली से हरियाणा में युवाओं को परीक्षा दिलाने आ रहे हैं.
आयोग और परीक्षा को बदनाम करने की साजिश
इसी बीच आयोग की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पेपर लीक होने की आशंका बिल्कुल फर्जी है. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खत्री का कहना है कि कुछ लोग इस भर्ती को पूरा नहीं होने देना चाहते इसीलिए वह इसमें अड़चन पैदा कर रहे हैं. आयोग का कहना है कि यह आयोग और परीक्षा को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है.
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि पेपर लीक होने की आशंका बिल्कुल झूठी है क्योंकि पकड़े गए लोगों के पास न तो क्वेश्चन पेपर मिला है और न हीं ऐसी कोई जानकारी जिससे यह साबित हो कि यह पेपर लीक करवा रहे है. ऐसे में परीक्षा का परिणाम निश्चित समय पर जारी होगा. परिणाम से पहले परीक्षा की आंसर की जारी की जाएगी जो किसी भी वक्त जारी हो सकती है.
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