चंडीगढ़ | हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की ओर से भर्तियों के लिए लिखित परीक्षा में जनरल कैटेगरी के लिए न्यूनतम 50 फीसदी और आरक्षित श्रेणी के लिए न्यूनतम 45 फीसदी अंक करने की शर्त जारी रहेगी. केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान और हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने HPSC इस फैसले के लिए नाराजगी भी जाहिर की थी क़्योंकि एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर के 600 पदों के विरुद्ध केवल 50 उम्मीदवार ही चयनित हो पाए थे.
इन नेताओं के नाराज होने के बाद विपक्षी दल के नेताओं ने भी एचपीएससी पर हमला बोल दिया. इसी के चलते उम्मीदवारों को भी यह आशा हो गई है कि हो सकता है कि यह न्यूनतम 50% अंक वाली शर्त और नेगेटिव मार्किंग आयोग द्वारा हटा दी जाएगी.
नए सिरे से शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
आयोग से बातचीत के दौरान जब पूछा गया कि क्या एडीओ के पदों के लिए फिर से लिखित परीक्षा ली जाएगी तो इस पर आयोग ने कहा कि यदि विभाग फिर से इन पदों को भरने के लिए आग्रह भेजता है तो भर्ती प्रक्रिया शुरू से शुरू की जाएगी. आयोग अपनी तरफ से रिक्त पदों पर भर्ती के लिए कोई प्रक्रिया शुरू नहीं करेगा.
आंसर-की डालकर दिए उत्तर पर आपत्तियां मांगने का सिस्टम पहले से लागू है: प्रवक्ता
आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि जब कोई परीक्षा होती है तो उसकी आंसर- की वेबसाइट पर अपलोड की जाती है और उत्तर पर आपत्तियां आमंत्रित की जाती है. ये आपत्तियां ऐसे एक्सपर्ट पैनल को भेजी जाती है, जिस पैनल ने प्रश्न पत्र नहीं बनाया है. एक्सपर्ट पैनल जिन आपत्तियों को स्वीकार कर लेता है, उसके आधार पर आंसर- की को रिवाइज किया जाता है और परीक्षा रिजल्ट निकाला जाता है सिस्टम पहले से ही चल रहा है.
वेटनरी सर्जन परीक्षा की आंसर की भी अपलोड की गई थी. उस पर आई आपत्तियों को एक्सपर्ट पैनल के पास भेज दिया जाएगा जो उत्तर संशोधित हो, उसके अनुसार रिजल्ट जारी किया जाएगा.
आयोग का फैसला है, आयोग इसे नहीं बदलेगा: प्रवक्ता
दैनिक सवेरा ने पूछा कि डॉ. संजीव बालियान और जेपी दलाल ने नाराजगी दिखाई है और यह शर्त हटाने के लिए कहा है तो क्या आयोग 50 फीसदी अंक और नेगेटिव मार्किंग की शर्त को हटा देगा. एचपीएससी के प्रवक्ता ने कहा कि यह आयोग का निर्णय है कि जनरल केटेगरी के लिए न्यूनतम 50 फीसदी और आरक्षित श्रेणी के लिए 45 फीसदी अंक पास होने के लिए किए जाएं.
यह शर्त इसलिए रखी गई है ताकि मेरिटोरियस उम्मीदवारों को चुना जाए. प्रवक्ता ने कहा कि नेगेटिव मार्किंग इसलिए रखी गई है ताकि उम्मीदवार तुक्केबाजी से जवाब ना दे. तुक्केबाजी से दिए गए गलत जवाब की नेगेटिव मार्किंग होगी. उन्होंने कहा कि पांच गोला इसलिए भी दिया है कि अगर चार विकल्पों में से किसी भी विकल्प के लिए गोला नहीं भरा है तो पांचवा गोला भर सकते हैं.
अगर पांचव गोला भी नहीं भरा जाएगा तो भी नेगेटिव मार्किंग होगी. उन्होंने साफ कर दिया कि आयोग की तरफ से 50 और 45 फ़ीसदी अंक और नेगेटिव मार्किंग की प्रक्रिया पर अपने विचार नहीं किया जाएगा.
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