हरियाणा में चुनावों की तारीख बदलने पर फैसला सभी दलों से चर्चा के बाद संभव, आयोग का भाजपा को झटका

चंडीगढ़ | हरियाणा में मतदान की तारीखों को बदलने को लेकर अंतिम फैसला आने से पहले आयोग द्वारा राज्य की बाकी पार्टियों से भी राय ली जा सकती है. अनुमान है कि आयोग द्वारा बाकी राजनीतिक दलों से भी इस मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा चुनाव आयोग को मतदान वाले दिन से पहले और बाद में छुट्टियां होने का हवाला दिया गया था. पार्टी द्वारा इन तारीखों में बदलाव की मांग की गई. पार्टी ने हवाला दिया था की छुट्टियां होने के कारण लोग घूमने जा सकते हैं, जिससे मतदान प्रभावित हो सकता है. हालांकि, इनेलो पार्टी द्वारा भी इसका समर्थन किया गया था.

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सभी दलों की ली जाएगी राय

अब यह ख़बरें सामने आ रही है कि सभी राजनीतिक दलों की सहमति होने के बाद ही इस कार्यक्रम में बदलाव हो सकता है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आयोग इन दलों की मांग से तो सहमत है, लेकिन वह राज्य के बाकी दलों से भी राय लेना चाहता है. यदि सभी दल इस मामले पर सहमत होते हैं, तो तारीखों में बदलाव किया जा सकता है.

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बीजेपी ने की थी ये मांग

25 अक्टूबर को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली द्वारा चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदान के कार्यक्रम में बदलाव करने की मांग की गई थी. पत्र में उन्होंने लिखा था कि मतदान से पहले और बाद में छुट्टियां होने के चलते लोग घूमने बाहर निकाल सकते हैं. जिससे वोटिंग पर असर पड़ सकता है.

अभय सिंह चौटाला भी कर चुके हैं मांग

वहीं दूसरी तरफ इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला द्वारा अभी मुख्य चुनाव आयुक्त को इस विषय में पत्र लिखा जा चुका है. उन्होंने भी बीजेपी की मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग का समर्थन किया.

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अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा भी लिख चुकी है आयोग को पत्र

मुख्य चुनाव आयुक्त को अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा समाज सभा द्वारा भी चुनाव की तारीख बदलने को लेकर पत्र लिखा जा चुका है. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने कहा कि राजस्थान के बीकानेर में 1 अक्टूबर मतदान वाले दिन एक मेले का आयोजन होता है, जिसमें बिश्नोई समाज के काफी लोग पहुंचते हैं. इससे मतदान पर असर पड़ सकता है.

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