चंडीगढ़ । इस महीने राज्य में 25 दिन में रोज लगभग 15 मामले सामने आने के साथ ही अब डेंगू इन दिनों हरियाणा का स्वास्थ्य संकट बन गया है. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तक राज्य में डेंगू के 384 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा फरीदाबाद से हैं.
डेंगू के कहर ने वास्तव में स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है क्योंकि, उन्होंने बुखार के साथ आने वाले सभी लोगों के लिए RTPCR और साथ ही RAT परीक्षण का आदेश दिया है. ऐसा कोविड के प्रसार को रोकने के लिए भी किया जा रहा है. राज्य की कुल गिनती 424 हो गई है, जिसमें फरीदाबाद 94 मामलों के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद महेंद्रगढ़ में 38, पंचकुला में 34, सिरसा में 31, नूंह में 30, गुरुग्राम और अंबाला से 28 और यमुनानगर से 25 मामले हैं.
अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. एक पखवाड़े से अधिक समय से कोविड की संख्या 8 से 14 मामलों के बीच भिन्न हो रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस आंकड़े की पुष्टि की है. उन्होंने यह भी कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि, राज्य में डेंगू की संख्या गत वर्ष से अधिक होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
Year | Malaria | Dengue |
2015 | 9308 | 9921 |
2016 | 7866 | 2494 |
2017 | 5696 | 4550 |
2018 | 3154 | 1936 |
2019 | 1497 | 1207 |
2020 | 111 | 1377 |
2021 | 40 | 424 |
ऐसे कई कारक हैं जिनके परिणामस्वरूप इस महीने अब तक सबसे अधिक मामले सामने आए हैं. बारिश में देरी और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों द्वारा पर्याप्त सावधानियों की कमी इसका मुख्य कारण है. यह बुखार घर के मच्छरों के पानी में फूटने से होता है. इसलिए, हमारे पास यह मुद्दा है. IDMP की निदेशक डॉ उषा गुप्ता ने कहा है कि हमारी टीमें लगातार निगरानी कर रही है और प्रसार को रोकने के लिए काम कर रही हैं.
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