चंडीगढ़ । हरियाणा की राजनीति अक्सर पुरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनती है. चाहे वो दल बदल के मामले रहे हों या चौधरी देवीलाल द्वारा राज्यपाल को चांटा जड़ने की बात रही हो. फिलहाल चर्चा में किसान आंदोलन पर सरकार के खिलाफ बने माहौल में कांग्रेस पार्टी द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव है. पुरी दुनिया में इस अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा हो रही है.
इसी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर लोगों द्वारा किया गया एक ट्वीट ‘ दुष्यंत चौटाला शर्म करो ‘ ट्रेडिंग में नंबर वन पर चल रहा है. क्योंकि इस अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आने को लेकर अगर सबसे ज्यादा किसी को निशाना बनाया जा रहा है वह गठबंधन सरकार में सहयोगी दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी है . जजपा के सहयोग से ही इस समय प्रदेश में बीजेपी अपना शासन चला रही है. 2019 के विधानसभा सभा चुनावों में जजपा पार्टी ने खुद को किसान हितैषी बताते हुए 10 सीटें प्राप्त की थी. जजपा को इस चुनाव में जाट किसान मतदाताओं ने खुले दिल से वोट दिया था. जजपा ने अपनी सभी 10 सीटें ग्रामीण बहुल्य इलाकों से जीती है जहां किसान वोटरों की संख्या अधिक है.
#दुष्यंतचौटाला_शर्म_करो copied.
He didn’t cry in 2016 when 40 youngsters were killed,
He didn’t cry when 300 farmers died.
But a photo of a female MLA pulling a tractor made him cry😐#HaryanaNoConfidenceMotion#दुष्यंतचौटाला_शर्म_करो pic.twitter.com/CFbfju8U6S— Vijay Joshi (@VijayJoshiHere) March 10, 2021
पिछले कई दिनों से तीन कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन का दबाव अगर प्रदेश में कोई पार्टी महसूस कर रही है तो वह दुष्यंत चौटाला की जेजेपी पार्टी है. इन्हीं कानूनों के विरोध में अब किसान वोटर चाहते हैं कि दुष्यंत चौटाला अपनी पार्टी का समर्थन सरकार से वापिस ले ले. लोगों का कहना है कि अगर दुष्यंत चौटाला अपनी पार्टी का समर्थन वापिस लेते हैं तो प्रदेश से मनोहर सरकार की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार की विदाई तय है. इसी बात को लेकर ट्विटर पर लोगों द्वारा किया गया यह ट्वीट ट्रेडिंग में नंबर वन पर चल रहा है.
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