चंडीगढ़ । हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हरियाणा में ना तो एमएसपी पर खरीद का सिस्टम समाप्त होगा और ना ही मंडिया बंद होंगी. हरियाणा की मंडियां सरकार की रीढ़ हैं और मंडियों के बिना किसी भी प्रकार की फसल खरीद का सिस्टम कल्पना से बाहर है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला रविवार को हरियाणा के फरीदाबाद जिले के नरियाला गांव में आयोजित किए गए एक होली मिलन समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे थे.
इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछले साल गेहूं के सीजन में पूरे हरियाणा में सरकार ने किसानों का एक-एक दाना खरीदा. पहले किसानों की फसलों का भुगतान आढतियों के खातों में किया जाता था परंतु अब आढतियों से वार्तालाप करने के पश्चात यह निर्णय लिया गया है कि अब डायरेक्ट किसानों के बैंक खातों में फसलों का भुगतान किया जाएगा. दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि पिछले साल गेहूं की सीजन में 23 फिसदी किसानों ने अपनी फसलों का भुगतान डायरेक्ट अपने बैंक खाते में लिया और धान के सीजन में 64% किसानों ने अपनी फसलों का भुगतान डायरेक्ट बैंक खातों में पाया. इस बार 78 फिसदी किसानों ने स्वयं के बैंक खाते अपलोड किए हैं।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जैसे ही किसान मंडी में धान, गेहूं व अन्य फसलों को लेकर आएंगे और j-फॉर्म काटा जाएगा, उसके 48 घंटों के अंदर अंदर फसलों का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में कर दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि मंडीयाँ बंद हो जाएंगी. परंतु मंडिया हरियाणा सरकार की खरीद की रीढ़ है. मंडिया कभी बंद नहीं होंगी.
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पहले हरियाणा में कुल 450 खरीद केंद्र थे और पिछले साल कोरोना वायरस को देखते हुए खरीद केंद्रों की संख्या को 1800 तक बढ़ा दिया गया. किसानों की सुविधाओं के मद्देनजर खरीद केंद्रों को उनके घरों के आसपास ही स्थापित किया गया. डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार हर प्रकार से किसानों को सुविधाएं पहुंचाने मे लगी हुई है और आवश्यकता पड़ी तो सरकार किसान के खेत से भी खरीद करवा सकती है.
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