हरियाणा में अब बिजली को किया जाएगा स्टोर, 4 सब स्टेशनो पर लगेगा बैटरी सिस्टम; पढ़े पूरी योजना

चंडीगढ़ | हरियाणा के सब- स्टेशनों में बिजली को भी स्टोर किया जा सकेगा, यह सुनने में थोड़ा अटपटा है लेकिन वाकई में सच है. बिजली निगम के इंजीनियर इसका अध्ययन करने में जुटे हैं. इस पायलट प्रोजेक्ट को प्रदेश के चार सब स्टेशनों (Sub Station) पर लागू करने की योजना है. प्रत्येक सब स्टेशन पर 5 मेगावाट बिजली भंडारण की योजना है.

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परियोजना को सिरे चढ़ाने के लिए उच्च अधिकारी इस पर मंथन कर रहे हैं. इस परियोजना के लागू होने से बैटरी सिस्टम को दिन में उपलब्ध सस्ती बिजली से चार्ज किया जा सकेगा और महंगी बिजली खरीदने के बजाय रात में इसका उपयोग किया जा सकेगा.

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रात में महंगी मिलती है बिजली

दक्षिण और उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम पंचकुला समेत चार शहरों में 4 सब स्टेशन चिह्नित कर रहा है. इनमें से प्रत्येक सब स्टेशन पर पांच- पांच मेगावाट की बैटरी प्रणाली स्थापित की जाएगी. यह सिस्टम दिन के समय चार्ज होगा. इसके पीछे की वजह है कि दिन के समय बिजली विभाग को सस्ती मिलती है. सौर ऊर्जा के अलावा प्लांट से मिलने वाली बिजली की कीमत करीब 3.25 रुपये से 4 रुपये है.

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इसके अलावा, रात में मिलने वाली बिजली की दर 10 रुपये से 12 रुपये प्रति यूनिट तक है. निगम की तरफ रात को मिलने वाली महंगी बिजली की जगह सस्ती बिजली सप्लाई कर मुनाफा कमाना है. अगर यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा.

आखिर क्या है योजना?

एक सब स्टेशन पर 5 मेगावाट का बैटरी बैकअप सिस्टम लगाया जाएगा, उसमें से दिन में ग्रिड से बैटरी चार्ज होगी. उन्हें रात में पीक आवर में फीडर पर बिजली दी जाएगी. उस बैटरी को दिन के दौरान फिर से चार्ज किया जाएगा.

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निगम के अधिकारी कर रहे अध्ययन

उड़ीसा के कोणार्क के सूर्य मंदिर और उसके पास के गाँव में बिजली की आपूर्ति की जाती है. उनकी तरफ से 10 मेगावाट का बैटरी सिस्टम लगाया गया है. इसे लगभग एक साल पहले लगाया गया था लेकिन यह कुछ क्षेत्र के लिए है. इसी तरह दिल्ली में एक निजी कंपनी ने 200 किलोवाट का सिस्टम लगाया था. निगम की ओर से इनके घाटे- मुनाफे का भी अध्ययन किया जा रहा है.

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