चंडीगढ़ | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) के अध्यक्ष व सचिव ने आज पत्रकार वार्ता का आयोजन किया. इस प्रेस कांफ्रेंस में बोर्ड अध्यक्ष व सचिव ने परीक्षा के दौरान दर्ज मामलों की जानकारी देते हुए बताया कि 10वीं, 12वीं और डीएलएड परीक्षाओं में नकल के कुल 1819 मामले दर्ज किये गये जिस पर यूएमसी बनाया गया है. उन्होंने बताया कि नई तकनीकों के चलते इस बार पिछले साल की तुलना में नकल के मामले कम हुए हैं. इस बार हुई परीक्षाओं में नकल के 50.86 फीसदी कम मामले सामने आए हैं.
रद्द किए गए परीक्षा केंद्रों पर दोबारा होगी परीक्षा
वीपी यादव ने कहा कि जिन केंद्रों पर गड़बड़ी के चलते परीक्षा रद्द कर दी गई थी, वहां फिर से परीक्षा कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि नकल मुक्त परीक्षा कराने के लिए हम सभी को मिलकर आगे आना होगा. इस समस्या का समाधान तभी होगा जब हम सब मिलकर इसे जड़ से खत्म करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि नकल कराने वालों को यह सोचना चाहिए कि आप देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
107 पर्यवेक्षक और दो लिपिक हुए कार्यमुक्त
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि अनियमितताओं के चलते हमारी टीम ने तीन केंद्र अधीक्षक, एक उप केंद्र अधीक्षक, 107 पर्यवेक्षक और दो लिपिक को कार्यमुक्त कर दिया है. साथ ही, 14 परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी पाए जाने पर उन्हें भी शिफ्ट किया गया था. बोर्ड अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव के मुताबिक इस बार बोर्ड की टीम की सख्ती के कारण बिना नकल के परीक्षा कराने में सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के 1476 परीक्षा केंद्रों पर 6 लाख 43 हजार 71 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे.
27 फरवरी से 28 मार्च तक हुई परीक्षा में 10वीं, 12वीं और डी.एल.एड के छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे. आपको बता दें कि इस बार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ने अपने अधिकारियों को नकल रहित परीक्षा कराने के सख्त निर्देश दिए थे, जिसके चलते इस बार हरियाणा में नकल के मामले कम देखने को मिले.
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