चंडीगढ़ | हरियाणा से बाहर के लोग अब राज्य में फैमिली ID बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे. बता दे प्रदेश में बनी फैमिली आईडी में से एक लाख से ज्यादा लोग अन्य राज्यों के मिले हैं, जो यहां की योजनाओं का लाभ लेने के लिए गलत तरीके से फैमिली आईडी बनाने में लगे हुए थे. हरियाणा की खट्टर सरकार ने इसको देखते हुए अब बड़ा फैसला लिया है. जानकारी के लिए बता दे हरियाणा में अब बिना वोटर आईडी कार्ड के फैमिली आईडी नहीं बनेगी. फैमिली आईडी उन्हीं की बनेगी जिनकी वोट यहां की बनी है. इसके लिए राज्य सरकार ने 15 अगस्त से नियमों में बदलाव कर दिया है.
गलत तरीके से फैमिली आईडी बनाकर ले रहे योजनाओं का लाभ
हरियाणा में बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और अन्य राज्यों से लाखों लोग रह रहे हैं, लेकिन यह लोग यहां के स्थायी निवासी नहीं हैं. साथ ही, इन लोगों की वोटर आईडी दूसरे राज्य की है, लेकिन यहां सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए गलत तरीके से फैमिली आईडी बनाई जा रही है. राज्य सरकार और समाज कल्याण विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.
2 लाख से ज्यादा फैमिली आईडी पर लटकी तलवार
परिवार पहचान पत्र (PPP) बनवाने के लिए अब वोटर आईडी और आवासीय प्रमाण पत्र जरूरी कर दिया गया है, जिसके बाद अब तक बनी फैमिली आईडी में से करीब 2 लाख फैमिली आईडी पर तलवार लटक गई है. 15 अगस्त से सभी जिला मुख्यालयों, अतिरिक्त उपायुक्तों और सीएससी केंद्रों को पत्र जारी कर नए नियम लागू कर दिए गए हैं.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!कई तरह के नियमों में बदलाव किया गया है. इनके तहत अब वोटर आईडी अनिवार्य कर दी गई है, जिससे गलत तरीके से फैमिली आईडी नहीं बन सकेगी. इसके लिए सीएचसी केंद्र संचालकों को विशेष निर्देश भी जारी किए गए हैं. – ललित कुमार, एडीसी कार्यालय सिरसा