चंडीगढ़ | प्रदूषण के चलते हरियाणा के कई जिले जहरीली गैस के चेंबर बनने की स्थिति में पहुंच चुके हैं. प्रदेश के 10 जिले ऐसे हैं, जहां की हवा को गंभीर श्रेणी में माना जा सकता है. दूसरी तरफ जीटी बेल्ट से लगते कुछ जिलों में भी हालत खराब हो चुके हैं. इसके चलते प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है. कई किसानों पर पराली जलाने के कारण FIR तक दर्ज की है. अखिल भारतीय किसान सभा की हरियाणा राज्य कमेटी द्वारा इन किसानों पर FIR दर्ज करने की नीति का कड़ा विरोध जताते हुए 28 अक्टूबर को पूरे प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया गया है.
28 नवंबर को होगा प्रदर्शन
हाल ही में संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक हुई. इस दौरान लिए गए निर्णय के बारे में बताते हुए एआईकेएस के राष्ट्रीय वित्त सचिव पी कृष्ण प्रसाद ने बताया कि किसानों के दिल्ली कूच के चार साल पूरे होने के उपलक्ष में 28 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसके माध्यम से MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी और शहीद स्मारक बनवाने के लिए सरकार को 3 महीने की चेतावनी दी जाएगी.
बैठक में किसानों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा गया कि सरकार द्वारा किसानों की उपज को MSP पर खरीदने की बात की जा रही है, लेकिन अभी भी किसान अपनी धान, मूंगफली और मूंग की उपज MSP से कम पर बेचने को मजबूर है.
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