चंडीगढ़ | कालका- शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर सफर का लुत्फ उठाने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है. यात्रियों को पहले से हाईटेक और सुविधाजनक कोच में सफर करने का मौका मिलने वाला है. उन्नत विस्टाडोम ‘नैरो गेज’ वाले इन कोच की छतें कांच की होगी और पहले के मुकाबले बड़ी खिड़कियां होगी ताकि सफर के दौरान पर्यटन प्रकृति के मनमोहन नजारों को और करीब से महसूस कर सकें.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यहां रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) में इन कोच को तैयार किया जा रहा है और फरवरी मध्य तक इस काम के पूरा होने की उम्मीद है. इन कोच को ट्रैक पर उतारने से पहले कालका- शिमला रेलवे ट्रैक पर इसका परीक्षण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गत वर्ष दिसंबर में कालका- शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर दो प्रोटोटाइप कोच के सफल गति परीक्षण के बाद विस्टाडोम नैरो गेज कोच का उत्पादन शुरू हुआ था.
चार कोच 10 फरवरी तक हो सकता है तैयार
वहीं, आरसीएफ के महाप्रबंधक आशीष अग्रवाल ने बताया कि इनमें से चार कोच 10 फरवरी तक तैयार होने की उम्मीद है. पहले चरण में चार कोच AC (वातानुकूलित), एग्जीक्यूटिव कार (12 सीट), एसी चेयर कार (24 सीट), नॉन एसी चेयर कार (30 सीट), एक पावर- सह- सामान और गार्ड कार का निर्माण किया जाएगा. इसके बाद, आगे इसका परीक्षण 96 किलोमीटर लंबी कालका- शिमला रेलवे लाइन पर किया जाएगा. इसके परीक्षण की जिम्मेदारी अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन को सौंपी जाएगी. रेलवे सुरक्षा आयुक्त की मंजूरी के बाद इन कोच को सेवा में शामिल कर लिया जाएगा.
झंडी दिखाने का शेड्यूल तय
आरसीएफ के महाप्रबंधक ने आगे बताया कि रेलवे बोर्ड ने आरसीएफ से कालका- शिमला लाइन के लिए 30 विस्टाडोम कोच तैयार करने के आदेश दिए थे. उन्होंने कहा कि विस्टाडोम कोच स्विटजरलैंड की बर्निना एक्सप्रेस की तरह दिखाई देंगे जो एक पर्वतीय रेलवे ट्रैक पर चलती है. अग्रवाल ने बताया कि इन कोच को हरी झंडी दिखाने का शेड्यूल रेलवे बोर्ड द्वारा तय किया जाएगा.
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