हरियाणा CET ग्रुप नंबर 56 और 57 की परीक्षा नहीं होगी कैंसिल, आयोग ने शुरू की रिजल्ट की तैयारी

चंडीगढ़ | हरियाणा संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) मेन्स की ग्रुप 56 और 57 की परीक्षा राज्य में बड़ा विवाद बन चुकी है. प्रदेश सरकार किसी भी कीमत पर विपक्ष के दबाव में आने वाली नहीं है. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने साफ कर दिया है कि इन्ही पेपर के आधार पर परिणाम तैयार किया जायेगा. आयोग को पेपर सेट करने वाली एजेंसी के एमडी के जवाब का भले ही इंतजार है लेकिन, उम्मीद की जा रही है कि सीईटी की जिन 2 परीक्षाओं को लेकर विपक्ष निशाना साध रहा है, वह रद्द नहीं होने वाली है.

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HSSC कर सकता है एजेंसी को ब्लैक लिस्ट

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग यह जरूर सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में इस तरह एक समान सवालों का दोहराव न हो व इसके लिए पेपर सेट करने वाली कंपनी और उसके एग्जामिनरों की जवाबदेही जरूर तय होगी. हो सकता है कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से कंपनी को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया जाए. आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने बुधवार को कंपनी के एमडी को बाई- हैंड नोटिस थमाकर पूछा था कि सीईटी के ग्रुप 56 की परीक्षा में आए 41 सवाल ग्रुप 57 की परीक्षा में कैसे रिपीट हुए.

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हालांकि, पेपर सेट करने वाली कंपनी किसी भी परीक्षा के लिए 4 प्रश्नपत्र सेट बनाती हैं और सभी के सवाल अलग- अलग होते हैं लेकिन, सीईटी के ग्रुप 56 व ग्रुप 57 की परीक्षा में 41 सवाल रिपीट हो गए हैं जिससे पूरे हरियाणा में हल्ला मचा हुआ है.

आयोग ने नहीं ली एडवोकेट जनरल कार्यालय से कोई सलाह

HSSC का कहना है कि यह किसी को पता नहीं होता कि प्रश्नपत्र के किस सेट में कौन- कौन से सवाल हैं. फिर भी पेपर सेट करने वाली कंपनी से जवाब तलब किया गया है. कंपनी की तरफ से शनिवार तक जवाब दिया जाएगा. यदि आयोग उनके जवाब से संतुष्ट होता है तो ठीक है नहीं तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है. दूसरी तरफ सामने आया कि आयोग ने प्रदेश के एडवोकेट जनरल कार्यालय से भी लिखित में अभी तक कोई राय नहीं ली है. हालांकि, मौखिक तौर पर जरूर कुछ सलाह मशविरा किया गया है.

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पेपर नहीं होगा कैंसिल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से इस बारे में स्पष्टीकरण माँगा है. साथ ही, आयोग के पूर्व चेयरमैन भारत भूषण भारती के साथ भी बातचीत की गई है. खबरों की माने तो सरकार और आयोग परीक्षा रद्द करने के विपक्ष के किसी दबाव में आने के मूड में नहीं है. ऐसे में पता चला है कि आयोग को कहा गया है कि वह सीईटी मेंस की परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी लाए.

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