चंडीगढ़ । मनाली दौरे के अपने पहले दिन, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और हरियाणा में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के संबंध में 6,393.32 करोड़ रुपये की 11 परियोजनाओं पर चर्चा की.
सभी परियोजनाओं को केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार किया. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री को आश्वासन दिया कि इस्माइलाबाद-नारनौल एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए चरखी दादरी जिले के गांव खातीवास में भूमि का अधिकरण करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने फरीदाबाद बाइपास पर से अतिक्रमण हटाने का भी आश्वासन दिया ताकि डीएनडी-सोहाना एक्सप्रेस-वे के निर्माण में तेजी लाई जा सके.
गडकरी द्वारा स्वीकृत की गई प्रमुख परियोजनाओं में डबवाली से पानीपत तक ईस्ट-वेस्ट एक्सप्रेसवे शामिल है जो हरियाणा के पश्चिमी भाग को उत्तर परदेश के मेरठ जिले से जोड़ेगा. परियोजना की अनुमानित लागत 5,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है. गडकरी ने आगे की कार्रवाई के लिए व्यवहार्यता अध्ययन के आदेश दिए हैं.
इसी प्रकार अन्य परियोजना पिहोवा, कुरुक्षेत्र सड़क को एनएच-44 तक बढ़ाने और कुरुक्षेत्र बाईपास के निर्माण की घोषणा की. पिहोवा से कुरुक्षेत्र सड़क हरियाणा की दो प्रमुख शाखाओं यानी अंबाला-दिल्ली हाईवे (NH-44) और अंबाला-हिसार हाईवे (NH-152) को जोड़ती है. इसके अतिरिक्त, यह कुरुक्षेत्र से होकर गुजरती है. कुरुक्षेत्र बाईपास के निर्माण से आंतरिक सड़कों की भीड़भाड़ कम होगी और यातायात का पृथक्करण होगा. इससे पटियाला, पिहोवा क्षेत्र से हरिद्वार तक लोगों की आवाजाही में भी आसानी होगी. कुल अनुमानित लंबाई 30 किमी है और परियोजना की अनुमानित लागत 61 करोड़ रुपये है जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है.
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