हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने 90 सीटों पर किया मंथन पूरा, टिकट बंटवारे को लेकर अपनाएं ये 5 फार्मूले

चंडीगढ़ | हरियाणा कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग तीसरे दिन संपन्न हुई, जिसमें सभी 90 विधानसभा सीटों को लेकर मंथन किया गया. कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने बताया कि कल होने वाली मीटिंग आखिरी होगी, जिसमें उम्मीदवारों के पैनल का फाइनल ड्राफ्ट तैयार करके केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिया जाएगा. 2 सितंबर को होने वाली मीटिंग के बाद सितंबर के पहले सप्ताह में टिकट सूची जारी कर दी जाएगी. शुक्रवार देर रात 10 राज्यों में सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी नियुक्त कर दिए गए हैं. मनोज चौहान और प्रफुल्ला विनोद राव को हरियाणा का सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है. पार्टी द्वारा पांच फार्मूले के तहत टिकट बटवारा किया जा सकता है.

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सांसदों को नहीं दी जाएगी टिकट

कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया बता चुके हैं कि स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश पर यह फैसला लिया गया है कि इन चुनावों में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी. हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा. ऐसा माना जा रहा है कि इस घोषणा के बाद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा है.

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दागी नेताओं और चुनाव हारे नेताओं को नहीं दी जाएगी टिकट

पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि दो या उससे ज्यादा बार चुनाव हार चुके नेताओं को अबकी बार टिकट नहीं दी जाएगी. इसके अलावा जिन नेताओं की दागी छवि है या जिन पर कोई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी. जमानत जप्त करवाने वाले नेताओं से भी पार्टी परहेज करेगी.

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इन नेताओं को भी किया जाएगा दरकिनार

स्क्रीनिंग कमेटी में निर्णय लिया गया कि जो लोग पहले पार्टी छोड़कर चले गए थे और अब चुनाव से पहले वापस लौटे हैं उन की दावेदारी पर भी विचार नहीं किया जाएगा. बता दें कि कई नेता 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे, लेकिन बीच में छोड़ गए और अब वापिस लौटे हैं. ऐसे 20 से भी ज़्यादा पूर्व विधायक हैं जिन्हें इस निर्णय के बाद झटका लग सकता है.

चुनाव ना लड़ने वाला नेता भी हो सकता है CM

इंचार्ज दीपक बाबरिया ने बताया कि यदि पार्टी की सरकार बनती है तो यह जरूरी नहीं है कि चुनाव लड़ने वाला ही CM बनाया जाए. जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है, उसे भी CM चेहरा बनाया जा सकता है. जानकार ये मान कर चल रहे हैं कि ये घोषणा कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को दूर करने के लिए की गई है.

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इन्हें भी किया जाएगा नजरअंदाज

पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद यह बता चुके हैं कि यह आवश्यक नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे. ऐसा कोई नेता इसके विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकंबेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना हुआ है तो उसे भी दरकिनार किया जाएगा.

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