चंडीगढ़ । हरियाणा में पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों को किताबें मुहैया न कराने पर विपक्ष ने प्रदेश सरकार को सदन में जमकर घेरा. बता दें कि मुलाना से विधायक वरुण चौधरी की ओर से ध्यान में लाए गए प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विधायक गीता भुक्कल ने बच्चों की किताबों की जगह पैसा देने पर सवाल खड़े किए. वहीं शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि 14 लाख बच्चों को किताबे खरीदने के लिए 7 दिन के अंदर राशि दे दी जाएगी.
सरकार को सदन मे विपक्ष ने घेरा
साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों के 80 फीसद खातों को सत्यापित किया जा चुका है केवल 20% ही शेष है. चौथी- पांचवी कक्षा के बच्चों के लिए वर्क बुक खरीद रहे हैं. जिला शिक्षा अधिकारी सितंबर में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर लेंगे. वरुण चौधरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब बाजार में किताबें ही नहीं है तो बच्चे कहां से खरीदेगे. उन्होंने कहा कि सरकार राशि देने की बजाय बच्चों को किताबें क्यों नहीं देती. विधायक व पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि सरकार बच्चों को निशुल्क पुस्तकें मुहैया करवाने में विफल रही है. जब किताबें निजी प्रशासक छापते ही नहीं तो बच्चों को बाजार में किताबे कहां से मिलेंगे.
वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि 3.24 लाख बच्चों ने किताबों की आपस में अदला-बदली कर ली है. वहीं उन्होंने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से जुटाई जानकारी के अनुसार लगभग 80% बच्चों के लिए किताबों का प्रबंध हो जाएगा. मुफ्त पाठ्यपुस्तक के मध्यम के तहत पहली से पांचवी कक्षा तक प्रति छात्र ₹200 छठी से आठवीं कक्षा तक प्रति छात्र ₹400 दिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में 12 जून को हुई उच्चाधिकार क्रय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया था. आठवीं कक्षा तक की सभी कक्षाओं और सभी विषयों की ई पुस्तके एससीईआरटी गुरुग्राम की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक डोमेन पर उपलब्ध है. अगले साल से पाठ्यक्रम में बदलाव की उम्मीद है. जिस वजह से नए पाठ्यक्रम के अनुसार ही पुस्तके छापी जाएंगी. इस बार पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए प्रकाशको ने 30% अधिक रेट के साथ टेंडर डाले थे, कोरोना के कारण उन्होंने ऐसा किया.
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