चंडीगढ़ | हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी हरियाणा में 10 नए विभाग बनाने के लिए इसी तरह के 25 विभागों के विलय को मंजूरी दे दी है. अब राज्य के मंत्रियों के विभागों में बदलाव का रास्ता साफ हो गया है. जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल विभाग आवंटन की नई सूची जारी कर सकते हैं. इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला समेत कई मंत्रियों के विभागों में फेरबदल तय है. कुछ विभाग छिनेंगे तो कुछ को नए विभाग भी मिलेंगे.
नए नामों से जाने जाएंगे विभाग
राज्य के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने रविवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. अब मर्ज किए गए विभागों को नए नामों से ही जाना जाएगा. उल्लेखनीय है कि 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में विभागों के विलय को मंजूरी दी गई थी. सरकार का कहना है कि विभिन्न विभागों के समन्वय और कामकाज में सुधार के लिए विभागों का विलय और पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया है.
निदेशालय, पीएसयू और प्राधिकरण पहले की तरह काम करते रहेंगे. विलय किए गए विभागों के मंत्री और प्रशासनिक सचिव वही होंगे. वरिष्ठता के कानूनी मुद्दों से बचने के लिए वर्तमान में किसी कर्मचारी संवर्ग का विलय नहीं किया जाएगा.
इन मंत्रियों को मिलेंगे कई विभाग
विभागों के विलय के बाद शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को नए विभाग मिलेंगे. इनमें तकनीकी शिक्षा और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग शामिल हैं. ये दोनों विभाग फिलहाल गृह मंत्री अनिल विज के पास हैं. विज से दोनों विभाग हटने के बाद अब गृह और स्वास्थ्य विभाग ही रह जाएगा.ऐसे में सरकार विज की वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें नए विभाग दे सकती है. इसी तरह कंवर पाल के पास पहले से ही पर्यटन विभाग है लेकिन पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग को पर्यटन में मिला दिया जाए तो यह भी शिक्षा मंत्री के पास आ जाएगा. यह विभाग देवेंद्र बबली के पास है.
खेल मंत्री के पास सिर्फ एक विभाग
विवादों में फंसने के बाद संदीप सिंह के युवा मामले विभाग का कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग और रोजगार विभाग में विलय कर दिया गया है. विभाग का नाम युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग रखा गया है. कौशल विभाग पहले से ही परिवहन मंत्री मूलचंद के पास है इसलिए उन्हें यह विभाग मिलेगा. इसके बाद संदीप सिंह के पास सिर्फ छपाई और लेखन विभाग होगा क्योंकि उन्होंने पहले ही खेल विभाग सीएम को सौंप दिया है.
इसी तरह कला एवं संस्कृति विभाग को सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग में मिला दिया गया है. कला विभाग कंवरपाल गुर्जर के पास था अब यह विभाग मुख्यमंत्री के पास जाएगा.
यहां भी होगा फेरबदल
इनके अलावा, डिप्टी सीएम समेत अन्य मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव की संभावना है. अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का विलय कर नाम बदलकर सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय विभाग कर दिया गया है. वर्तमान में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा कल्याण विभाग डॉ. बनवारी लाल तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओमप्रकाश यादव के पास है.
मर्जर से पहले विभाग का नाम
- नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा व बिजली ऊर्जा
- एससी-बीसी कल्याण व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सामाजिक न्याय अधिकारिता, अंत्योदय व एससी-बीसी कल्याण
- उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा व विज्ञान एवं प्रौद्यिोगिकी उच्चतर शिक्षा
- पर्यटन, पुरातत्व, संग्राहलय व अभिलेखागार धरोहर और पर्यटन
- सूचना, जनसंपर्क व भाषा, कला एवं संस्कृति नया नाम तय नहीं
- कौशल विकास व औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजगार, युवा मामले युवा सशक्तिकरण, उद्यमिता
- निगरानी व समन्वय, प्रशासनिक सुधार सामान्य प्रशासन विभाग
- राजस्व एवं आपदा प्रबंधन व चकबंदी राजस्व एवं आपदा प्रबंधन