चंडीगढ़ | हरियाणा में विभिन्न बोर्डों, विभागों व निगमों में ग्रुप सी और डी के विभिन्न पदों पर भर्ती होनी है. सरकार की तरफ से इन भर्तियों के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा यानी कॉमन एलिजिबिलटी टेस्ट (CET) निर्धारित किया गया है. इस परीक्षा के लिए 11.21 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. पिछले साल नवंबर महीने की 5 और 6 तारीख को अलग- अलग केंद्रों पर सीईटी परीक्षा का आयोजन करवाया गया. इस परीक्षा में सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को 50 फ़ीसदी अंक जबकि रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों को 40 फ़ीसदी अंक प्राप्त करने थे.
10 जनवरी 2023 को घोषित हुए नतीजे
जिन भी उम्मीदवारों ने यह अंक प्राप्त किए उन्हें क्वालीफाई माना गया. 10 जनवरी 2023 को इस परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ, जिसमें 3.57 लाख उम्मीदवार क्वालीफाई हुए. इस परीक्षा का आयोजन हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के सहयोग से करवाया गया. हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से दूसरे चरण में स्क्रीनिंग टेस्ट का आयोजन किया जाना है. आयोग का कहना है कि स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए पदों के चार गुना उम्मीदवारों को ही परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा. पदों को विभिन्न ग्रुप और कैटेगरी वाइज बांटा गया है और आयोग इन्हीं के अनुसार परीक्षा लेने वाला है.
युवा कर रहे CET क्वालीफाई की मांग
ऐसे में जो उम्मीदवार क्वालीफाई है और जिनके अंक अधिक नहीं है वह सब मांग उठा रहे हैं कि सभी को परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाए. आयोग का कहना है कि जिस प्रकार किसी विभाग में 4 पद है तो उसके चार गुना यानी 16 आवेदकों को भी परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा. लगभग हर तरफ से इस फैसले का विरोध किया जा रहा है.
सभी युवा इस मांग पर अड़े हुए हैं कि सीईटी पॉलिसी में बदलाव किया जाए और 4 गुना की बजाय सभी क्वालीफाई उम्मीदवारों को परीक्षा देने का मौका मिले. इसके लिए युवाओं ने जगह- जगह कई आंदोलन के विभिन्न जिलों के उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपे मगर आयोग और सरकार अपने फैसले पर जस के तस बने हुए हैं.
सरकार का फैसला तय
सरकार की तरफ से कई बार साफ किया जा चुका है कि सीईटी के स्क्रीनिंग टेस्ट में 4 गुना उम्मीदवारों को ही मौका मिलेगा. जिन पदों के लिए शारीरिक जांच होनी है उन पदों के पीएमटी के लिए तो आयोग की तरफ से 4 गुना उम्मीदवारों को बुला भी लिया गया है. आयोग का कहना है कि बाकी सभी पद भी इसी प्रक्रिया से भरे जाएंगे. सामाजिक कार्यकर्ता श्वेता ढुल्ल, विपक्ष पार्टी कांग्रेस के नेता व कई ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने वाले अध्यापक तभी यही मांग कर रहे हैं कि सभी क्वालीफाई उम्मीदवारों को CET में बैठने का मौका दिया जाए.
शुरू की गई युवा अधिकार यात्रा
इसके लिए कई बार ट्विटर अभियान भी चलाए गए हैं. युवाओं द्वारा इसके लिए लंबे समय से संघर्ष चल रहा है. इसी के चलते युवाओं द्वारा 19 जुलाई को कुरुक्षेत्र से युवा अधिकार तिरंगा यात्रा की शुरुआत की गई है. हाथों में तिरंगा लेकर युवाओं ने पहले ब्रह्म सरोवर पर हवन यज्ञ किया और उसके बाद अपने अधिकारों की मांग के लिए वे रवाना हो गये.
इस यात्रा में युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री आवास करनाल पहुंचकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा. इस यात्रा की अगुवाई सामाजिक कार्यकर्ता श्वेता ढुल की तरफ से की जा रही है. उनका कहना है कि 4 गुना बुलाने के फैसले के जरिए सरकार द्वारा लाखों उम्मीदवारों को पेपर से पहले ही प्रक्रिया से बाहर किया जा रहा है.
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