चंडीगढ़ | चौतरफा दबाव के बीच हरियाणा सरकार ने मंत्री संदीप सिंह से खेल विभाग वापस ले लिया है. हरियाणा सरकार ने पत्र जारी कर जानकारी दी है. बता दें कि खेल मंत्री संदीप से पद वापस लेने के लिए लगातार खापों और कई संगठनों द्वारा चेतावनी जारी की जा रही थी और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठाई जा रही है.
ये लगाया था आरोप
26 दिसंबर को जूनियर महिला कोच ने कहा कि मंत्री ने उन्हें सरकारी आवास पर बुलाया और उनके पैरों पर हाथ रखा. उनसे कहा कि मुझे खुश रखो फिर मैं तुम्हें खुश रखूंगा. आरोपों के एक घंटे बाद मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोपों को खारिज कर दिया. 27 दिसंबर को खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर कविता ने संदीप सिंह के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए.
28 दिसंबर को अचानक खेल मंत्री संदीप सिंह विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंचे. इसकी डिटेल तो नहीं मिली लेकिन शाम होते- होते हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने जांच के लिए 3 सदस्यों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बना दी. शुरुआती जांच में 31 दिसंबर को महिला कोच के बयान सही पाए जाने पर मंत्री के खिलाफ चंडीगढ़ के सेक्टर 26 थाने में पीसी की धारा 354, 354ए, 354बी, 342 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
जूनियर महिला कोच ने हरियाणा के मंत्री पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर सनसनीखेज खुलासा किया है. महिला कोच ने कहा कि उनके पास फोन आ रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि आप जहां भी जाना चाहते हैं आपको एक महीने में एक करोड़ मिल जाएंगे. बस अपना मुंह बंद रखो.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!