चंडीगढ़ | 2024 में संभावित लोकसभा चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए अब हरियाणा के सांसद भी मैदान में नजर आएंगे. सीएम ने साफ कर दिया है कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी के विपक्षी विधायक भी मंत्रियों की तरह सार्वजनिक संवाद नहीं कर सकेंगे. 18 से 23 सितंबर तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र के बाद सांसदों के जनसंवाद कार्यक्रम शुरू होंगे. इसमें अधिकारियों को भी जाना होगा. इन जन संवाद में प्राप्त शिकायतों को मुख्यमंत्री जन संवाद पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा, ताकि उनका जल्द से जल्द समाधान किया जा सके.
सीएम अब तक कर चुके 80 जनसंवाद
हरियाणा के मुख्यमंत्री कम से कम एक विधानसभा में सार्वजनिक संबोधन कार्यक्रम रखते हैं. अब तक 80 कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं. यानी अब तक 800 से 1000 गांवों को सीएम इन कार्यक्रमों के जरिए कवर कर चुके हैं. सीएम ने साफ किया है कि ये जनसंवाद कार्यक्रम चुनाव तक जारी रहेंगे. इसके माध्यम से लोगों द्वारा की गई शिकायतों का भी सरकार द्वारा प्रमुखता से समाधान किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान प्राप्त शिकायतों को सीएम जनसंवाद पोर्टल पर अपलोड किया जाता है. जनसंवाद पोर्टल पर अब तक 21 हजार मांगें आ चुकी हैं. इनमें से 4000 मांगें पूरी हो चुकी हैं, करीब 14 हजार मांगें प्रक्रिया में हैं. सबसे खास बात यह है कि जिन मांगों को पूरा होने में समय लगेगा उनकी जानकारी शिकायतकर्ता को एसएमएस के जरिए भेज दी जाएगी.
मैदान में रहेंगे सांसद
हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया था. चूंकि, राज्य में 2014 से बीजेपी की सरकार है, इसलिए 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में 2019 के नतीजे दोहराने की चुनौती मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर है. इसके साथ ही, वह लगातार दो बार सीएम भी रह चुके हैं.
हरियाणा में कौन कहां से सांसद
- सोनीपत से रमेश चंद्र कौशिक
- रोहतक से अरविंद शर्मा
- भिवानी- महेंद्रगढ़ से धरमवीर सिंह
- गुड़गांव से राव इंद्रजीत सिंह
- फरीदाबाद से कृष्णपाल गुजर
- कुरुक्षेत्र से नायब सिंह सैनी
- सिरसा से सुनीता दुग्गल
- हिसार से बिजेंदर सिंह
- करनाल से संजय भाटिया
- अंबाला से रतन लाल कटारिया (मौत के बाद सीट खाली)