चंडीगढ़ | महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में हरियाणा की छोरियों के मुक्कों ने विरोधी खिलाड़ियों को चारों खाने चित कर दिया. हरियाणा की छोरियों ने दिखा दिया है कि वो किसी भी मामले में छोरों से कम नहीं है. पहले नीतू घणघस और फिर स्वीटी बूरा ने फाइनल मैच जीतते हुए गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा और हिंदुस्तान का नाम रोशन किया. नीतू घणघस भिवानी जिले के गांव धनाना की रहने वाली है तो वहीं स्वीटी बूरा हिसार जिले के घिराय गांव की बेटी है. दोनों बेटियों के गोल्ड मेडल जीतने पर परिजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा है.
नीतू घणघस ने दिलाया हिंदुस्तान को पहला गोल्ड
45- 48 किलोग्राम भारवर्ग में नीतू घणघस का फाइनल मुकाबला मंगोलिया की लुत्शेखान अल्तांतसेग के साथ था. इस मुकाबले में नीतू ने अपने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की मुक्केबाज को 5- 0 से हराते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया. बता दें कि पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स में भी नीतू घणघस ने गोल्ड मेडल जीतकर हिंदुस्तान और हरियाणा का गौरव बढ़ाया था.
स्वीटी बूरा ने दिखाया दम
81 किलोग्राम भारवर्ग में स्वीटी बूरा ने चीन की वैंग लीना को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. स्वीटी ने ये मुकाबला 4-3 के स्प्लिट डिसिजन से जीता. स्वीटी ने पहले राउंड में ही चीनी मुक्केबाज के चेहरे पर जोरदार पंचों की बरसात कर दी और 3- 2 से पहला राउंड जीत लिया.
𝐒𝐄𝐂𝐎𝐍𝐃 𝐆𝐎𝐋𝐃 🥇 𝐅𝐎𝐑 𝐈𝐍𝐃𝐈𝐀 🇮🇳
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— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) March 25, 2023
दूसरे राउंड में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वीटी ने 3- 2 के अंतर से जीत हासिल की. इससे पहले स्वीटी बूरा ने नौ साल पहले इसी प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता था लेकिन इस बार उन्होंने कड़ी मेहनत करते हुए पदक के रंग को सिल्वर से गोल्ड में बदलते हुए नया इतिहास रच दिया.