हरियाणा पंचायत चुनाव में बड़ा बदलाव, पूरी तरह बदल गई प्रक्रिया

चंडीगढ़ । पंचायत चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन में गड़बड़ी को लेकर तरह-तरह की शिकायतें सामने आती रहती है. बूथ के कुल मतों से अधिक मतदान, ईवीएम नेताओं की गाड़ी में मिलना जैसी घटनाएं लगातार सुर्खियों में बनी रहती है. इन सबके बीच पहली बार पंचायती राज संस्थाओं के छठे आम पंचायत चुनाव में पंचायत समिति सदस्य चुनने के लिए हरियाणा का मतदाता ईवीएम का प्रयोग करेगा. अभी तक सरपंच और जिला परिषद की वोटिंग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से करवाई जाती थी.

Election Vote

लेकिन अब पहली बार पंचायत समिति चुनाव में ईवीएम इस्तेमाल होगी. वर्ष 2016 में हुएं पंचायत चुनाव में रेवाड़ी और पंचकूला में जिला परिषद, सरपंच, पंच और पंचायत समिति सदस्य चुनने के लिए लोगों ने ईवीएम के बटन दबाएं थे. अब आम चुनाव में वोटर जिला परिषद, पंचायत समिति और सरपंच चुनने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से वोट डालेंगे.

यह भी पढ़े -  पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने HSSC पर लगाया 3 लाख का जुर्माना, महिला उम्मीदवार को नियुक्ति देने का भी आदेश

20 अप्रैल को है सुनवाई

ODD-EVEN आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट में 20 अप्रैल को मामले की सुनवाई होनी है. इस दिन सरकार ऑड आरक्षण पर अपना पक्ष रखेगी. क्योंकि महिलाओं ने ऑड रिजर्वेशन को यह कहकर चुनौती दी है कि उन्हें ईवन केटेगरी में चुनाव लडने से वंचित किया जा रहा है. याचिका में कहा गया है कि ऑड नंबर या ओपन केटेगरी में महिलाओं को चुनाव लडने से रोका नहीं जा सकता. इसके साथ ही हाईकोर्ट से अपील की गई थी कि सरकार के इस फैसले पर रोक लगाई जाए.

यह भी पढ़े -  अब पंचकूला से चलेगी BJP की राजनीतिक गतिविधियां, 34 सालों से रोहतक था केंद्र

नए ईवीएम से होगा मतदान

निर्वाचन आयोग इस बार पंचायतों के चुनाव नई ईवीएम से करवायेगा. इसके लिए बेंगलुरु से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें खरीदी जाएंगी. बताया जा रहा है कि आयोग को जल्द ही नई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मिलने वाली है. चुनाव में कागज- पत्र पोलिंग पार्टियों समेत अधिकारियों को चाहिए होते हैं,उनको जिला निर्वाचन अधिकारी पिछले महीने चंडीगढ़ से ले आएं हैं.

कितनी ईवीएम चाहिए,पुछा आयोग ने

राज्य निर्वाचन आयोग ने रोहतक समेत प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालयों को पत्र लिखकर यह पुछा था कि पंचायत समिति की वोटिंग इस बार ईवीएम से करवानी तय हुई है. ऐसे में अधिकारी यह बताएं कि उनके यहां कितनी-कितनी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की जरूरत है. आयोग को सरपंच और जिला परिषद चुनाव में कितनी ईवीएम चाहिए,उसका तो पता है. क्योंकि कई साल से ये चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से करवाएं जा रहें हैं. पंचायत विभाग के मुताबिक इस बार चुनाव के लिए 900 के करीब बूथ बनाए जाएंगे, ऐसे में 2700 अतिरिक्त ईवीएम की आवश्यकता और पड़ेगी.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit